गाजियाबाद, 11 मार्च . उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में साइबर क्राइम थाना ने बीमा कंपनियों के मोबाइल ऐप में छेड़छाड़ कर फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी बनाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपराध में इस्तेमाल चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
जानकारी के मुताबिक, यह गिरोह अब तक 12 हजार से ज्यादा इंश्योरेंस पॉलिसियों में फर्जीवाड़ा कर चुका है. हर एक फर्जीवाड़े के लिए यह गैंग 12 से 14 हजार रुपये तक की रकम लेता था. अब तक गिरोह करीब 14 करोड़ रुपये से ज्यादा का फर्जीवाड़ा कर चुका है.
पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें विकास कश्यप, आकाश सिसोदिया, याकूब और आरिम अली शामिल हैं. पुलिस ने इन चारों आरोपियों को थाना क्षेत्र कोतवाली नगर, कमिश्नरेट गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए बताया कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के वाइस प्रेसिडेंट संजय ठाकुर ने 8 मार्च को गाजियाबाद के एक पॉलिसी एजेंट विकास कश्यप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. आरोप था कि उसने उनकी कंपनी के इंश्योरेंस ऐप में छेड़छाड़ कर वाणिज्यिक वाहनों, निजी कारों और मालवाहक वाहनों को दोपहिया वाहन दिखाकर फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी तैयार की थी.
पूछताछ में मुख्य आरोपी विकास कश्यप ने बताया कि पुराने वाणिज्यिक वाहन मालिक केवल थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस कराते हैं, जो दुर्घटना होने पर केवल न्यायालय से क्लेम किया जाता है. इस स्थिति का फायदा उठाकर आरोपियों ने इंश्योरेंस ऐप में हेराफेरी कर कम कीमत की थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी दोपहिया वाहन के रूप में जनरेट कर दी. इसके बाद, आरोपी कंप्यूटर से असली वाहन की फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी तैयार कर वाहन मालिक को सौंप देते थे. इस तरीके से वे प्रत्येक वाहन पर 12 हजार से 14 हजार रुपये का लाभ कमाते थे. अब तक पूरे देश में इस गैंग ने 12 हजार से अधिक इंश्योरेंस पॉलिसियों में छेड़छाड़ कर फर्जी पॉलिसी बनाई है.
गाजियाबाद में ही 61 वाहनों की फर्जी पॉलिसी की जानकारी पुलिस को मिली है. गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के अलावा चोला मंडलम इंश्योरेंस कंपनी की भी फर्जी पॉलिसी तैयार की थी.
पुलिस अब चोला मंडलम इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारियों से संपर्क कर आगे की जांच कर रही है. इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू करने के बाद 9 मार्च को विकास कश्यप और आकाश सिसोदिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. उसके बाद, 10 मार्च को पुलिस ने याकूब और आरिम अली को गिरफ्तार किया था. पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है और इंश्योरेंस कंपनियों के साथ मिलकर आगे की कार्रवाई कर रही है.
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पीकेटी/एकेजे