देश-दुनिया जानती है ‘पीओके’ हमारा है : प्रवीण खंडेलवाल

नई दिल्ली, 10 मार्च . भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने सोमवार को दावा किया है कि पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) भारत में आएगा. सोमवार को न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान भाजपा सांसद ने कहा कि देश और दुनिया जानती है कि पीओके हमारा है.

पीओके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर बयान पर भाजपा सांसद ने कहा, “विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जो कुछ भी कहा है, वह निस्संदेह भारत सरकार की नीति है. देश और दुनिया जानती है कि पीओके हमारा है. पीओके भारत का है. पीओके भारत में आएगा. यह पीएम मोदी का विजन है. जो भी विदेश मंत्री ने कहा है वह भारत सरकार का स्टैंड है.”

पीओके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर भाजपा सांसद ने कहा, “आज पीओके के लोग भी तरक्की चाहते हैं. ऐसे में वह समय दूर नहीं, जब वे खुद भारत में विलय की मांग करेंगे.”

ज्ञात हो कि हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीओके के संबंध में एक बयान देते हुए कहा था कि पीओके भारत में वापस आने से कश्मीर समस्या हल हो जाएगी. वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान से हम अपेक्षा नहीं करते हैं कि वह हमें पीओके वापस कर देगा. मेरा तो यह मानना है कि पीओके के लोग ही यह मांग उठाएंगे कि हमें भारत में शामिल कर दिया जाए.

भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने वक्फ बोर्ड से संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा, “वक्फ को लेकर जेपीसी बनी. जेपीसी में शामिल सदस्य ने देशभर में अलग-अलग वर्गों से उनकी राय ली. जेपीसी ने अपनी रिपोर्ट संसद में भी सौंप दी. संसद के इस सत्र में संभव है कि जेपीसी की रिपोर्ट पर चर्चा होगी और बिल पास होगा. इसमें कोई दो राय नहीं है. इस बिल के पास होने से कानून के तहत संपत्ति का अधिग्रहण होगा.”

कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री को मिली धमकी पर भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “जो व्यक्ति सनातन के खिलाफ देश में बात करेगा देश की जनता उसको रिजेक्ट करेगी. चुनाव में हम लोगों ने यह देखा है. जो लोग चुनाव हारे हैं, उन सभी ने कभी न कभी सनातन के ऊपर प्रश्न उठाएं. देश की जनता ने ऐसे लोगों को पहले भी जवाब दिया है और आगे भी देगी.”

भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में भारत की जीत के बाद इंदौर में दो गुटों के बीच हुए विवाद पर भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “भारत की विजय पर भारत के अंदर कोई विवाद करे, वह भारत का नहीं हो सकता है. भारत में रहकर कोई भारत की बात न करके किसी दूसरे देश की बात करेगा तो उसे भारत में नहीं रहने दिया जाएगा.”

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