हिंदी थोपे जाने के खिलाफ झूठा नाटक कर रही द्रमुक सरकार : राम श्रीनिवासन

मदुरै, 6 मार्च . तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश सचिव राम श्रीनिवासन ने मदुरै के सिम्माकल क्षेत्र में नई शिक्षा नीति के समर्थन में गुरुवार को हस्ताक्षर अभियान शुरू किया. इस मौके पर उन्होंने भाषा विवाद के सिलसिले में राज्य की द्रमुक सरकार को आड़े हाथों लिया.

राम श्रीनिवासन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “द्रमुक नई शिक्षा नीति के माध्यम से हिंदी थोपे जाने के खिलाफ झूठा नाटक कर रही है. कांग्रेस पार्टी की नीति वास्तव में त्रि-भाषा सूत्र को बढ़ावा देने की है. केरल, जो द्रविड़ भूमि है, वहां तीन भाषाओं वाली शिक्षा नीति लागू है. तमिलनाडु सीमा के पास केरल के स्कूलों में तमिल पढ़ाई जा रही है.”

उन्होंने कहा, “पिछले 50 वर्षों में मलयालम ने तमिल से अधिक विकास किया है. अगर भाजपा तमिलनाडु में सत्ता में आती है, तो हम तमिल को पूरे भारत में तीसरी भाषा बनाएंगे. हम मांग करते हैं कि तमिल को अन्य राज्यों में भी पढ़ाया जाए.”

नई शिक्षा नीति के बारे में राम श्रीनिवासन ने कहा, “नीति में इस बात की कोई बाध्यता नहीं है कि हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में सीखा जाना चाहिए. कांग्रेस के साथ गठबंधन में शामिल द्रमुक ने शिक्षा को राज्य सूची में लाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. क्या तमिलनाडु के मुख्यमंत्री यह घोषणा कर सकते हैं कि तमिलनाडु के स्कूलों में केवल दो भाषाओं की शिक्षा दी जाएगी? क्या वह द्रमुक द्वारा संचालित हिंदी स्कूलों को बंद कर सकते हैं?”

भाजपा नेता ने कहा कि तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री अन्नादुरई ने हिंदी विद्यालय चलाए बिना हिंदी थोपे जाने का विरोध किया था. उन्होंने पूछा, “क्या एम.के. स्टालिन में द्रमुक द्वारा चलाए जा रहे हिंदी विद्यालयों को बंद करने का साहस है?”

उन्होंने बताया कि तमिलनाडु के स्कूल शिक्षा मंत्री का बेटा तीसरी भाषा के रूप में फ्रेंच सीख रहा है. उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि गरीब छात्र तीसरी भाषा सीखें, लेकिन मंत्री का बेटा फ्रेंच सीख रहा है.”

एफजेड/एकेजे