बीजिंग, 6 मार्च . अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कांग्रेस के संयुक्त सत्र के दौरान शासन में अपनी ‘उपलब्धियों’ को आत्मविश्वास के साथ पेश किया. इस दौरान उन्होंने ग्रीनलैंड को हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्प, अमेरिका और यूक्रेन के बीच खनिज समझौते का इंतजार और अन्य देशों पर टैरिफ लगाना जारी रखने की बात कही.
हालांकि, वैश्विक उत्तरदाता इससे आश्वस्त नहीं हैं. सीजीटीएन द्वारा 38 देशों के 15,257 उत्तरदाताओं के बीच किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला कि ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति अमेरिका-यूरोप संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है, जबकि इसके पारंपरिक सहयोगियों के उत्तरदाताओं के बीच अमेरिका पर भरोसा तेजी से कम हो रहा है.
सर्वेक्षण के अनुसार, 62.9 प्रतिशत वैश्विक उत्तरदाताओं ने ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति की निंदा की और अन्य देशों के वैध हितों के प्रति इसकी उपेक्षा की आलोचना की.
यूरोपीय उत्तरदाताओं में, यह अनुपात बढ़कर 67.7 प्रतिशत हो गया है.
इसके अलावा, 53.8 प्रतिशत यूरोपीय उत्तरदाताओं का मानना है कि अमेरिकी व्यापार बाधाओं ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव डाला है.
78.8 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने अन्य देशों पर आर्थिक दबाव डालने के लिए अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और वित्तीय संगठनों का उपयोग करने के लिए अमेरिका की आलोचना की.
60.9 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने दुनियाभर में भू-राजनीतिक संघर्षों को भड़काने के लिए अमेरिका की निंदा की.
70.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि ‘अमेरिकी आधिपत्य’ वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को कमजोर करना चाहता है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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