उद्धव ठाकरे ने भाजपा, आरएसएस पर मुंबई को विभाजित करने की साजिश का लगाया आरोप

मुंबई, 6 मार्च . शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर मुंबई को विभाजित करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. उन्होंने हाल ही में रिलीज फिल्म ‘छावा’ का जिक्र करते हुए कहा कि हर दौर में ‘अनाजी पंत’ जैसे लोग होते हैं, जो विश्वासघात करते हैं. उन्होंने इशारों में भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग खुद को पूरे ब्रह्मांड का ज्ञाता समझते हैं.

उद्धव ठाकरे ने आरएसएस के भैयाजी जोशी के बयान की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, “भैयाजी जोशी बुधवार को घाटकोपर में अनाप-शनाप बोलकर चले गए. पहले ये लोग हिंदू-मुस्लिम विवाद खड़ा करते थे, अब ये मराठी-मराठी के बीच विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.”

उन्होंने चुनौती दी कि अगर भैयाजी जोशी में हिम्मत है, तो वह कर्नाटक, तमिलनाडु या पश्चिम बंगाल में जाकर ऐसे बयान दें और देखें कि वहां से सुरक्षित लौट सकते हैं या नहीं.

उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया कि क्या मुंबई के वार्डों को भाषाई आधार पर पुनर्गठित करने की साजिश हो रही है, ठीक वैसे ही जैसे राज्यों का पुनर्गठन हुआ था. यह एक विकृत मानसिकता को दर्शाता है, जो धीरे-धीरे सत्ता पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रही है.

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी भैयाजी जोशी की तरह एक “छोटी मानसिकता” के व्यक्ति हैं. इस बात को खुलकर कहा जाना चाहिए, नहीं तो भैयाजी जोशी के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.

उन्होंने याद दिलाया कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए ही महाराष्ट्र में मराठी भाषा को अनिवार्य करने का कानून लाया गया था. उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि अगर समय पर कदम नहीं उठाया गया, तो यह साफ हो जाएगा कि यह सब आरएसएस की एक सुनियोजित साजिश है. भाजपा और आरएसएस का एक खास पैटर्न है – “पहले वे एक छोटे प्यादे को आगे बढ़ाते हैं और जब वह बड़ा हो जाता है, तो उसे अपने कंधे पर उठा लेते हैं.”

उद्धव ठाकरे ने कहा कि मराठी को अधिकार दिलाना किसी पर उपकार नहीं था. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “भले ही भाजपा को मराठी भाषा की परवाह न हो, लेकिन ब्रिटिश भी इस भाषा का सम्मान करते थे.”

सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि मुंबई को 280 मराठी लोगों के बलिदान से सुरक्षित किया गया था. यह मराठी लोगों की कमाई हुई धरती है. ठाकरे ने आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि जब भी मुंबई पर कोई संकट आया है, हम सभी एकजुट हुए हैं. हमने हिंदू बनकर सभी की रक्षा की है, लेकिन ये लोग समाज में भेदभाव और विभाजन पैदा करते हैं.

डीएससी/एकेजे