चंडीगढ़, 6 मार्च . पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को मोहाली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोगों से अपील की कि अगर कहीं पर कोई नशीला पदार्थ बेचता दिखे, तो फौरन उसकी जानकारी दें. उसके खिलाफ कार्रवाई होगी और जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
भगवंत मान ने सिटी सर्विलांस और ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद ये बातें कही. उन्होंने अपने संबोधन में मुख्य रूप से पंजाब में नशे की समस्या का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “हमने पंजाब में नशे के खिलाफ एक युद्ध छेड़ा है. यह फैसला एक दिन में लिया जाने वाला फैसला नहीं है. इसे लेने में लंबा समय लगा है.”
उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि ड्रग्स की सप्लाई लाइन तोड़ दीजिए. अब सप्लाई लाइन तो आप दो दिन में तोड़ देंगे, लेकिन इससे काम नहीं चलेगा. अगर आप सप्लाई लाइन तोड़ेंगे, तो इससे हमारे युवा नशे के लिए तड़पेंगे. ऐसी स्थिति में उनकी हालत पहले से भी बदतर हो जाएगी. इसी स्थिति से बचने के लिए हमने राज्य में पुनर्वास केंद्र बनाने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि जो लोग नशा करते हैं, उन्हें जेल में बंद करके क्या मिलेगा. ऐसे लोग तो मरीज हैं. इन्हें सलाखों में बंद करके कुछ नहीं होने वाला. हमें उनका उपचार करना होगा, ताकि उन्हें नशे से आजादी मिले.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो युवा नशे की दलदल में फंसे हैं, ऐसे लोगों को हमें उस दलदल से बाहर निकालकर उनके लिए ऐसे कदम उठाने हैं कि वे आगे चलकर एक सामान्य और गरिमापूर्ण जीवन जी सकें.
उन्होंने कहा कि हमें इस काम के लिए कई लोग प्रेरित कर रहे हैं. कई लोगों के मुझे फोन आते हैं और मुझसे कहते हैं कि वे इस मिशन में हमारे साथ हैं.
उन्होंने कहा कि आने वाली 16 तारीख को आप सरकार के तीन साल पूरे हो जाएंगे. वह खुद ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के कई शहरों में गए थे और वहां समाज के विभिन्न लोगों से यह वादा करके आए हैं कि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने देंगे. उन्होंने पंजाब के युवा, बुजुर्ग, महिलाएं, किसान और बच्चों से वादा किया है कि हम उनका ख्याल रखेंगे.
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एसएचके/एकेजे