ओला के भाविश ने की वर्क कल्चर पर मस्क की नकल, कर्मचारियों से मांगा वीकली अपडेट

नई दिल्ली, 4 मार्च . अरबपति एलन मस्क द्वारा हाल ही में यूएस फेडरल कर्मचारियों को उनके काम का वीकली रिपोर्ट कार्ड भेजने के आदेश की नकल करते हुए, ओला के संस्थापक और सीईओ भाविश अग्रवाल ने भी अपनी कंपनियों के कर्मचारियों को अपनी उपलब्धियों का डिटेल्स देते हुए वीकली रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है.

‘क्या चल रहा है?’ नाम की इस नई पहल के तहत ओला कर्मचारियों को हर हफ्ते अपने द्वारा पूरे किए गए कामों के 3-5 बुलेट पॉइंट के साथ एक ईमेल भेजना होगा.

भाविश के मेमो के अनुसार, ये रिपोर्ट कर्मचारियों द्वारा प्रबंधकों और कंपनी ईमेल पते दोनों पर बिना किसी अपवाद के जमा करनी होगी.

एक इंटरनल ईमेल में लिखा गया, “हम ‘क्या चल रहा है?’ शुरू कर रहे हैं – अपने वीकली अपडेट सीधे मेरे और अपने प्रबंधकों के साथ साझा करने का एक सरल तरीका, आज से शुरू हो रहा है.”

ईमेल में आगे कहा गया है कि अपने प्रबंधक और [email protected] (ईमेल एक घंटे में सक्रिय हो जाएगा) को पिछले हफ्ते किए गए काम के बारे में 3-5 बुलेट पॉइंट के साथ एक संक्षिप्त अपडेट भेजें”.

घोषणा के अगले दिन पहली रिपोर्ट की समयसीमा तय की गई थी, जबकि भविष्य की रिपोर्ट हर रविवार को देनी होगी.

यह निर्देश ऐसे समय में आया है जब ओला कई महत्वपूर्ण बदलावों से गुजर रही है, जिसमें लागत में कटौती करने और लाभ कमाने के उद्देश्य से छंटनी का दौर भी शामिल है.

कंपनी की इलेक्ट्रिक वाहन शाखा ‘ओला इलेक्ट्रिक’ कथित तौर पर 1,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है, जो केवल पांच महीनों में नौकरी में कटौती का दूसरा बड़ा दौर है.

छंटनी से खरीद, ग्राहक संबंध और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सहित विभिन्न विभाग प्रभावित होंगे, क्योंकि ओला अपने संचालन को सुव्यवस्थित करने की कोशिश कर रही है.

अग्रवाल की नई रिपोर्टिंग पहल मस्क द्वारा पेश की गई नीति की याद दिलाती है, जिन्होंने हाल ही में अनिवार्य किया था कि यूएस फेडरल कर्मचारियों को बुलेट पॉइंट में वीकली उपलब्धि रिपोर्ट प्रस्तुत करनी चाहिए.

मस्क की नीति डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (डीओजीई) में उनकी भूमिका के दौरान जवाबदेही में सुधार लाने और सरकारी कार्यों में अक्षमताओं को कम करने के लिए शुरू की गई थी.

हालांकि, कर्मचारियों के मनोबल और नौकरी की सुरक्षा को कम करने के लिए इसकी आलोचना की गई है.

यह पहली बार नहीं है जब अग्रवाल ने कर्मचारियों की परफार्मेंस पर कड़ा रुख अपनाया है. पिछले साल दिसंबर में, उन्होंने खराब उपस्थिति के बारे में कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए एक इंटरनल ईमेल भेजा था.

एसकेटी/