गांधीनगर, 4 मार्च . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान जामनगर में वन्यजीव बचाव, पुनर्वास और संरक्षण केंद्र ‘वनतारा’ का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने ‘वनतारा’ की अलग-अलग सुविधाओं का भी निरीक्षण किया. उन्होंने सबसे बड़े पशु पुनर्वास केंद्रों में विभिन्न सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली. इसका वीडियो पीएम मोदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर भी शेयर किया है.
‘वनतारा’ 1.5 लाख से अधिक बचाए गए और लुप्तप्राय जानवरों को आश्रय देने के लिए बनाया गया है. वर्तमान में यह 2,000 से अधिक प्रजातियों का घर है.
प्रधानमंत्री ने ‘वनतारा’ में वन्यजीव अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्हें एमआरआई, सीटी स्कैन, आईसीयू सहित कई प्रकार की पशु चिकित्सा सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई. अस्पताल में वन्यजीव एनेस्थीसिया, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एंडोस्कोपी, दंत चिकित्सा और आंतरिक चिकित्सा सहित कई विभाग भी हैं.
7 मिनट 39 सेकंड के वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी शेरों की अलग-अलग प्रजातियों के साथ खेलते और दुलार करते हुए नजर आ रहे हैं, जिसमें एशियाई शावक, सफेद शेर के शावक, कैराकल शावक शामिल हैं. क्लाउडेड तेंदुए के शावक, जो एक दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजाति हैं, वीडियो में उन्हें भी देखा गया.
पीएम मोदी ने जिस सफेद शेर के शावक का दूध पिलाया था, उसका जन्म केंद्र में तब हुआ था, जब उसकी मां को रेस्क्यू कर ‘वनतारा’ लाया गया था. भारत में कभी बड़ी संख्या में पाए जाने वाले कैराकल अब दुर्लभ होते जा रहे हैं. ‘वनतारा’ में कैराकल को प्रजनन कार्यक्रम के तहत पाला जाता है और उनके संरक्षण के लिए कैद में रखा जाता है, फिर उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाता है.
पीएम मोदी ने अस्पताल के एमआरआई कक्ष का भी दौरा किया और एक एशियाई शेर के एमआरआई स्कैन को भी देखा. उन्होंने ऑपरेशन थियेटर का भी दौरा किया, जहां एक तेंदुआ का इलाज किया जा रहा था, जो हाईवे पर कार से टकराने के बाद जख्मी हो गया था और रेस्क्यू कर लाया गया था. केंद्र में बचाए गए जानवरों को ऐसे स्थानों पर रखा जाता है, जो उनके प्राकृतिक आवास के समान होते हैं.
प्रधानमंत्री ने विभिन्न खूंखार जानवरों को भी करीब से देखा और उनकी सुविधाओं की जानकारी ली. उन्होंने गोल्डन टाइगर, सर्कस से बचाए गए 4 स्नो टाइगर, व्हाइट लायन और स्नो लेपर्ड को भी देखा.
उन्होंने खुले में चिम्पांजी को भी देखा, ओरांगुटान के साथ खेला, जिन्हें पहले एक भीड़भाड़ वाली जगह पर रखा गया था. उन्होंने दरियाई घोड़ों और मगरमच्छों को भी करीब से देखा. इस दौरान वह जेब्रा के बीच टहलें, जिराफ और गैंडे के बच्चे को खाना भी खिलाया.
प्रधानमंत्री को हाइड्रोथेरेपी पूल का भी संक्षिप्त दौरा कराया गया, जिसका उद्देश्य गठिया और पैर की समस्याओं से पीड़ित हाथियों के उपचार के लिए है.
उन्होंने हाथी अस्पताल के कामकाज को भी देखा, जो दुनिया का सबसे बड़ा अस्पताल है. उन्होंने डॉक्टरों, सहायक कर्मचारियों और केंद्र में विभिन्न सुविधाओं के संरक्षक के रूप में काम करने वाले श्रमिकों से बातचीत की.
–
एसके/एबीएम