उत्तराखंड आपदा : उत्तर प्रदेश के फंसे 11 लोगों के बारे में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दी जानकारी

लखनऊ, 1 मार्च . उत्तराखंड में बद्रीनाथ और माणा गांव के पास आए हिमस्खलन में उत्तर प्रदेश के 11 मजदूर भी फंसे हुए हैं. यह जानकारी राज्य के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दी.

उन्होंने से बात करते हुए कहा, “उत्तराखंड में आई आपदा पर उत्तर प्रदेश सरकार चिंतित है. इस आपदा में यूपी के 11 मजदूर फंसे हुए हैं. हम लोग लगातार उत्तराखंड सरकार के संपर्क में हैं. मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि उन मजदूरों को सकुशल घर पहुंचाने में सफल हों. इसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार प्रयास कर रहे हैं. केंद्र सरकार भी लगातार संपर्क में है. हम उत्तराखंड सरकार के साथ-साथ मजदूरों के परिजनों के संपर्क में हैं.”

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट में राहत और बचाव कार्यों की जानकारी भी दी. साथ ही पीएम मोदी द्वारा राज्य को हरसंभव मदद दिए जाने के आश्वासन के बारे में भी बताया.

मुख्यमंत्री ने एक्स पोस्ट में लिखा, “प्रातःकाल मैंने माणा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे श्रमिकों के बचाव अभियान की विस्तृत जानकारी ली. जिन श्रमिकों को कल बाहर निकाला गया था, उनमें से गंभीर रूप से घायल श्रमिकों को हायर सेंटर भेजने के लिए एयरलिफ्ट करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया है. मैं स्वयं भी चमोली के लिए रवाना हो रहा हूं. मौसम साफ होते ही राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई जाएगी. प्रभु बद्री विशाल की कृपा और बचावकर्मियों के अथक परिश्रम से हम सभी फंसे श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रहे हैं.”

एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बात कर जनपद चमोली के माणा में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली. साथ ही उन्होंने प्रदेश में हो रही बारिश और हिमपात की स्थिति पर भी विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की ओर से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान किए जाने का आश्वासन दिया.”

उत्तराखंड में हुए हिमस्खलन में अभी भी 22 मजदूर दबे हुए हैं. चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने मीडिया को बताया कि 57 मजदूरों में से 35 को रेस्क्यू कर लिया गया है. गृह मंत्री अमित शाह ने इस हादसे के बाद संबंधित अधिकारियों से बात की और हर तरह की मदद का आश्वासन दिया.

भारतीय वायु सेना की मदद भी ली जा रही है. इंडियन आर्मी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, हिमस्खलन सुबह करीब सवा सात बजे आया, जिसमें माणा और बद्रीनाथ के बीच एक मजदूरों का कैंप प्रभावित हुआ. इस भूस्खलन की वजह से आठ कंटेनर्स और एक शेड में 57 मजदूर दब गए थे. घटना की सूचना मिलते ही इंडियन आर्मी की टीम तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए घटना स्थल पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया.

उत्तराखंड और केंद्र सरकार दोनों ही लगातार इस आपदा से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए प्रयासरत हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

पीएसएम/एबीएम