नई दिल्ली, 26 फरवरी . केंद्रीय मंत्री प्रताप राव जाधव ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के राज्यसभा जाने को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में जाने के लिए लोग अपने राज्य के विधायकों के भरोसे होते हैं. यह बात मायने रखती है कि उस राज्य में उनके पास कितने विधायक हैं. अरविंद केजरीवाल के मामले में दिल्ली के विधायकों के भरोसे वह राज्यसभा नहीं जा सकते, क्योंकि उनके पास इतने विधायक नहीं हैं.
जाधव ने कहा कि राज्यसभा की सीटें पार्टी की ताकत और विधायकों की संख्या पर निर्भर करती हैं. दिल्ली में अपनी पार्टी के विधायकों के भरोसे वह राज्यसभा नहीं जा सकते.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा मंत्रियों के पीएस और ओएसडी के रूप में नियुक्तियों पर रोक लगाने के निर्णय पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने उनकी तारीफ की थी. इस पर केंद्रीय मंत्री जाधव ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए एकनाथ शिंदे ने भी कई महत्वपूर्ण फैसले लिए थे और अब फडणवीस भी अच्छा निर्णय ले रहे हैं. यह निर्णय सही है क्योंकि हमारे केंद्र में भी विजिलेंस रिपोर्ट के आधार पर ही नियुक्तियां होती हैं.
उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ विजिलेंस की रिपोर्ट नकारात्मक आती है, तो उसे नियुक्त नहीं किया जाता. उन्होंने फडणवीस और शिंदे दोनों के निर्णयों की सराहना करते हुए कहा कि इन निर्णयों से जनता को सीधी मदद मिल रही है, जैसे कि लाडली योजना, युवा और बुजुर्गों के लिए योजनाएं.
प्रताप राव जाधव ने केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे ने महाकुंभ में भाग नहीं लिया और हिंदुओं का अपमान किया. जाधव ने कहा कि यह संभवतः इसलिए कहा गया होगा क्योंकि उद्धव ठाकरे खुद को हिंदुत्व की राजनीति करने वाला बताते हैं और बाला साहेब ठाकरे के विचारों का पालन करने की बात करते हैं.
जाधव ने कहा कि महाकुंभ 144 साल बाद हो रहा है और इस अवसर पर जहां श्रद्धालु और राजनीतिक लोग शामिल हुए, वहीं हिंदुत्व को न मानने वाले लोग वहां नहीं गए. जो लोग हिंदू विचारधारा को मानते हैं, वे कुंभ मेला में शामिल हुए हैं, जबकि जो नहीं मानते, वे वहां नहीं गए.
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पीएसके/एकेजे