नई दिल्ली, 26 फरवरी . महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर देशभर के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है. बोम बम और हर हर महादेव के जयकारों से शिवालय गुंजायमान हो रहे हैं. काशी विश्वनाथ से लेकर हरिद्वार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और बिहार तक श्रद्धालु अपने इष्टदेव भगवान शिव का लोग अभिषेक कर रहे हैं.
काशी में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था है. काशी में महाशिवरात्रि के दौरान, मंगला आरती के बाद श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए सभी गेट खोले गए हैं, जिससे भक्तों को सुगमता से दर्शन का लाभ मिल रहा है. हालांकि, अखाड़ों की पेशवाई के दौरान तीन घंटे तक श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक रहेगी, जब नागा साधु संत काशी विश्वनाथ में जलाभिषेक करेंगे. मंदिर प्रशासन ने इस दौरान वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा रखी है.
मुंबई के वसई और नालासोपारा में महाशिवरात्रि की धूम है. विरार और नालासोपारा क्षेत्रों में तुंगारेश्वर महादेव मंदिर सहित कई प्राचीन शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुई हैं. सुबह से ही भक्तगण पूजा-अर्चना में लीन हैं और महादेव के जयकारे से वातावरण गूंज रहा है. सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है, ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके.
हरिद्वार में महाशिवरात्रि के अवसर पर कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव, तिलभांडेश्वर महादेव, दरिद्र भंजन और अन्य शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं. भक्त बेलपत्र, दूध, दही, शहद, भांग, धतूरा और गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं. वहीं, कांवड़ यात्रा में आए श्रद्धालु हर की पैड़ी पर गंगा स्नान कर शिवालयों में जल चढ़ाते हुए देखे जा रहे हैं.
बिहार के मोतिहारी स्थित अरेराज का सोमेश्वर नाथ मंदिर भी महाशिवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं से भरा हुआ है. यहां नेपाल से भी भक्त जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं. मंदिर प्रशासन ने अर्घा सिस्टम (मंदिरों में इस सिस्टम के जरिए श्रद्धालु जल और फूल लेकर भगवान शिव को अर्पण करते हैं) लागू किया है, ताकि भगदड़ की घटना न हो.
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग और हिमाचल के नैना देवी मंदिर में पूजा-अर्चना गुजरात के द्वारका के पास स्थित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग में भी महाशिवरात्रि के दिन भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी है. श्रद्धालु भगवान शिव की आरती में सम्मिलित होकर अपने जीवन की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना कर रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश के विश्वविख्यात नैना देवी मंदिर में भी महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में भव्य पूजा अर्चना का आयोजन किया जा रहा है. यहां पांडवों द्वारा स्थापित शिव मंदिर में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा कर रहे हैं. इस अवसर पर भजन संध्या और शिव महापुराण की कथा का आयोजन किया गया है.
आचार्य पंकज अग्निहोत्री ने महाशिवरात्रि के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि यह दिन भगवान शिव के दर्शन और पूजा के लिए विशेष है. उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन चार पहर की पूजा का विशेष महत्व है और जो भक्त इस दिन व्रत एवं पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
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एसएचके/केआर