नई दिल्ली, 25 फरवरी . भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) ने मणिपुर का दौरा किया है. डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन के इस दौरे का उद्देश्य भारत-म्यांमार सीमा (आईएमबी) पर स्थिति की व्यापक समीक्षा करना है.
इसके साथ ही डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने राज्य में मौजूदा बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास की स्थिति की जानकारी हासिल की. उन्होंने राज्य के राज्यपाल और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात भी की.
इस दौरान गहन विचार-विमर्श किया गया. यह विचार-विमर्श राज्य में मौजूदा सुरक्षा स्थिति को सामान्य बनाने, विशेष रूप से सीमा प्रबंधन को बढ़ाने और भारत-म्यांमार सीमा पर सुरक्षा संबंधी इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की आवश्यकता पर केंद्रित था.
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने 24 और 25 फरवरी को मणिपुर का दौरा किया है. अपनी यात्रा के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल घई ने मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला, राज्य सुरक्षा सलाहकार, मणिपुर के मुख्य सचिव और मणिपुर के पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की.
उन्होंने भारत-म्यांमार सीमा पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया. सीमांत क्षेत्रों सहित राज्य में मौजूदा सुरक्षा संबंधी क्रियाकलापों का भी आकलन किया.
डीजीएमओ ने भारतीय सेना की संचालन संबंधी तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने प्रमुख हितधारकों के साथ बातचीत के दौरान ‘सरकार के समग्र दृष्टिकोण’ पर भी जोर दिया.
लेफ्टिनेंट जनरल घई की यात्रा ने सैन्य और राज्य के अधिकारियों के बीच सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर बल दिया. यह सहयोग स्थिरता और लोगों के कल्याण के लिए रणनीतिक पहलों को लागू करने के लिए है.
बीते दिनों सेना ने मणिपुर के विभिन्न जिलों से बंदूकें, गोला-बारूद और अन्य हथियारों और उपकरणों के भंडार की बरामदगी की थी.
विभिन्न सघन अभियानों में मोर्टार, एके-47, पिस्तौल, हैंड ग्रेनेड, विस्फोटक समेत अन्य हथियार बरामद किए गए हैं. इनमें बड़ी मात्रा में गोला-बारूद और अन्य हथियारों के भंडार भी शामिल हैं.
सेना ने यह बरामदगी मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों से की है.
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जीसीबी/