मुंबई, 24 फरवरी . महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कई अहम मुद्दों पर अपनी राय दी. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की मोटापे के खिलाफ लड़ाई को लेकर की गई पहल पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की.
संजय शिरसाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मोटापे के खिलाफ लड़ाई के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह वाकई में एक अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लॉन्च किया है. प्रधानमंत्री खुद भी योग करते हैं और यह एक बेहतरीन पहल है.”
‘उपहार में मर्सिडीज देने पर मिलता था बड़ा पद’, नीलम गोरे के इस बयान पर संजय शिरसाट ने कहा कि सिर्फ मर्सिडीज नहीं, चीजें मर्सिडीज़ से भी बड़ी हैं. राज ठाकरे ने भी यह कहा था कि हमें खोखा नहीं, बल्कि कंटेनर चाहिए. फिर वह सवाल का जवाब क्यों नहीं दिया गया? टिकटें दूसरों को दी गई, पार्टी कार्यकर्ताओं को नहीं, ऐसे कुछ चीजें मुफ्त में नहीं होतीं. हम नीलम गोरे के बयान का समर्थन करते हैं और हमें इसे समर्थन देना चाहिए.
शिरसाट ने संजय राउत के द्वारा शरद पवार पर की गई टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ईडी ने शरद पवार को नोटिस दिया था, तब आप कहां थे? जब चीजें आपके खिलाफ होती हैं, तो आप चाहते हैं कि लोग आपके साथ खड़े हों? आपने उस सरकार का गठन किया, जो शरद पवार के कंधों पर खड़ी थी, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान कभी उनकी कॉल नहीं उठाई. संजय राउत द्वारा बोला गया शब्द स्वीकार्य है क्या? उन्होंने आगे कहा कि नीलम गोरे के बयान पर न केवल वह बल्कि कई नेता भी अपनी बात रख चुके हैं.
संजय शिरसाट ने फडणवीस द्वारा किए गए पिछले आदेशों के खिलाफ कार्रवाई पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि अगर किसी एजेंसी ने कोई गलत काम किया है और जांच चल रही है, तो हम उसका समर्थन करेंगे. जो भी जांच नियमों के अनुसार की जाएगी, हम उसका समर्थन करते हैं. यह संदेश दिया जा रहा है कि जो भी गलत करेगा, उसे सजा मिलेगी. जब कोई व्यक्ति कुर्सी पर बैठता है, तो वह पहले लिए गए फैसलों को सही करने का पूरा जिम्मेदार होता है.
बीजेपी द्वारा ठाणे में आयोजित जनता दरबार को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि हम सरकार का हिस्सा हैं और अंततः हम लोगों की मदद करना चाहते हैं. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. हर पार्टी चाहती है कि वह खुद को मजबूत करे. वहीं, रश्मि ठाकरे द्वारा की जा रही बैठक को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें पहले से ही नेतृत्व की जिम्मेदारी थी, यह अच्छा है कि वह अब इसे खुले तौर पर कर रही हैं.
ठेकेदारों के भुगतान में हो रही देरी पर संजय शिरसाट ने कहा कि जब हमने लाडली बहन योजना शुरू की थी, तो हमने विभिन्न विभागों से पैसे इकट्ठे किए थे, मैं इसे स्वीकार करता हूं, लेकिन मैं यह भी कहूंगा कि जल्दी ही यह समस्या हल हो जाएगी.
राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की मुलाकात पर शिरसाट ने कहा कि दोनों रिश्तेदार हैं, यह अच्छा है कि वह मिल रहे हैं. राज ठाकरे हमेशा से मिलते रहे हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे अब तक उनसे दूर थे.
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पीएसके/जीकेटी