प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर भागलपुर में उत्सव का माहौल : शिवराज सिंह चौहान

भागलपुर, 23 फरवरी . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बिहार के भागलपुर आ रहे हैं. इसे लेकर यहां तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस बीच, इस कार्यक्रम में भाग लेने को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी रविवार को भागलपुर पहुंचे. भागलपुर पहुंचे चौहान ने कहा कि भागलपुर की धरती पर सोमवार को एक नया इतिहास रचा जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक भव्यतम कार्यक्रम संपन्न होने वाला है. करीब 9 करोड़ 80 लाख किसानों के खाते में 22,700 करोड़ की राशि भागलपुर की धरा से डाली जाएगी. इसके अलावा बिहार को और कई सौगात देंगे. कार्यक्रम की तैयारी देखकर ऐसा लग रहा है कि कार्यक्रम नहीं हो रहा, बल्कि उत्सव मनाया जा रहा है.

केंद्रीय कृषि मंत्री ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर लिखा, “कल भागलपुर की धरती पर नया इतिहास रचा जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बिहार के भागलपुर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी करेंगे. साथ ही विकास की कई सौगात देंगे. कार्यक्रम की तैयारी देखकर लग रहा है कि प्रधानमंत्री के आगमन पर यहां उत्सव मनाया जा रहा है.”

इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान दरभंगा पहुंचे और मखाना उत्पादन करने वाले किसानों से मिले. कृषि मंत्री दरभंगा दौरे पर खास अंदाज में दिखे, जब वे खुद धोती-कुर्ता पहने तालाब में उतर गए और मखाने की खेती की प्रक्रिया की पूरी जानकारी प्राप्त की. इस दौरान वह मखाना के पौधे रोपते भी नजर आए. बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर भी साथ रहे.

कृषि मंत्री चौहान ने मखाना अनुसंधान केंद्र में किसान संवाद कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया. उन्होंने मखाना अनुसंधान केंद्र में मखाना उत्पादों से जुड़े स्टॉलों को भी देखा. मखाना अनुसंधान केंद्र में मखाना की खेती और प्रोसेसिंग की पूरी प्रक्रिया को बारीकी से समझा. उन्होंने किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को जाना. उन्होंने मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया.

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मखाना बोर्ड के गठन पर चर्चा की और किसानों की आय बढ़ाने के लिए तकनीक के इस्तेमाल करने की बात कही. कृषि मंत्री से बातचीत कर किसान भी खुश दिखे. किसानों ने भी मंत्री से मखाना उत्पादन, सालाना पैदावार और खेती में आने वाली चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा की.

एमएनपी/