नई दिल्ली, 23 फरवरी . रूफटॉप सोलर सॉल्यूशंस प्रदाता सोलरस्क्वायर का घाटा सालाना आधार पर वित्त वर्ष 24 में 130 प्रतिशत बढ़कर 69 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 30 करोड़ रुपये था.
कंपनी का नुकसान बढ़ने की वजह कुल खर्च में 65.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी होना है, जो कि वित्त वर्ष 24 में बढ़कर 229 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 138 करोड़ रुपये था.
कंपनी के वित्तीय विवरण के मुताबिक, सामग्री लागत कंपनी के खर्च का सबसे बड़ा घटक है. वित्त वर्ष 24 में यह सालाना आधार पर 52.27 प्रतिशत बढ़कर 134 करोड़ रुपये गया है. वहीं, कर्मचारी खर्च सालाना आधार पर 105.56 प्रतिशत बढ़कर 37 करोड़ रुपये हो गया है.
बीते वित्त वर्ष में कंपनी ने 8 करोड़ रुपये फाइनेंस और रेंटल पर खर्च किए हैं.
वित्त वर्ष 24 में कंपनी की परिचालन से आय सालाना आधार पर 63.6 प्रतिशत बढ़कर 175 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 107 करोड़ रुपये थी.
कंपनी की आय में सबसे बड़ी हिस्सेदारी प्रोडक्ट्स बिक्री की है. वित्त वर्ष 24 में कंपनी की प्रोडक्ट्स बिक्री से आय 66.35 प्रतिशत बढ़कर 173 करोड़ रुपये हो गई है. हालांकि, कंपनी की सर्विसेज से आय सालाना आधार पर 33.33 प्रतिशत घटकर 2 करोड़ रुपये हो गई है.
अगर अन्य मदों से होने वाली 3 करोड़ रुपये की आय को भी मिला दिया जाए तो वित्त वर्ष 24 में कंपनी की कुल आय 178 करोड़ रुपये रही है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 108 करोड़ रुपये थी.
लगातार नुकसान में होने के कारण कंपनी का एबिटा मार्जिन वित्त वर्ष 24 में -35.96 प्रतिशत रहा है. बीते वित्त वर्ष कंपनी ने एक रुपये कमाने के लिए 1.31 रुपये खर्च किए हैं.
वित्त वर्ष 24 में कंपनी की कुल एसेट्स 120.5 करोड़ रुपये थी. इसमें 60 करोड़ रुपये का नकद भी शामिल है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोलरस्क्वायर ने अब तक निवेशकों से 56 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है. कंपनी के प्रमुख निवेशकों में एलिवेशन कैपिटल, लोअरकार्बन कैपिटल और गुड कैपिटल शामिल हैं.
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एबीएस/