भारत की शीर्ष 10 में से 8 कंपनियों का मार्केट कैप 1.65 लाख करोड़ रुपये घटा, टीसीएस को हुआ सबसे अधिक नुकसान

नई दिल्ली, 23 फरवरी . भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता हफ्ता नुकसान वाला रहा. इस कारण देश की शीर्ष 10 में से 8 कंपनियों का मार्केट कैप 1,65,784.9 करोड़ रुपये घटा गया है.

शीर्ष 10 में सबसे अधिक नुकसान टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और भारती एयरटेल के निवेशकों को हुआ है.

कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण 17 फरवरी से लेकर 21 फरवरी तक के कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में 628.15 अंक या 0.82 प्रतिशत और निफ्टी में 133.35 अंक या 0.58 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की गई थी.

टीसीएस के बाजार मूल्यांकन में 53,185.89 करोड़ रुपये की गिरावट देखी गई और इसका वैल्यूएशन कम होकर 13.7 लाख करोड़ रुपये हो गया.

भारती एयरटेल में भी भारी गिरावट देखी गई, इसका बाजार पूंजीकरण 44,407.77 करोड़ रुपये घटकर 9.3 लाख करोड़ रुपये रह गया.

आईसीआईसीआई बैंक का बाजार मूल्यांकन 18,235.45 करोड़ रुपये घटकर 8.7 लाख करोड़ रुपये हो गया. वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर को 17,962.62 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, जिससे उसका बाजार पूंजीकरण 5.2 लाख करोड़ रुपये हो गया.

इंफोसिस के मार्केट कैप में भी कमी दर्ज की गई है और इसका बाजार मूल्यांकन 17,086.61 करोड़ रुपये घटकर 7.5 लाख करोड़ रुपये रह गया.

आईटीसी का बाजार पूंजीकरण 11,949.42 करोड़ रुपये घटकर 5 लाख करोड़ रुपये रह गया और एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 2,555.53 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 12.9 लाख करोड़ रुपये हो गया.

इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मार्केट कैप में 401.61 करोड़ की गिरावट दर्ज की गई है और इसका बाजार मूल्यांकन कम होकर 6.4 लाख करोड़ रुपये रहा गया है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले समय में भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है.

अगले हफ्ते निवेशकों की निगाहें घरेलू और वैश्विक स्तर पर जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों पर होंगी.

सरकार द्वारा 28 फरवरी को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का जीडीपी डेटा और वित्त वर्ष 2024-25 की जीडीपी का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया जाएगा.

इसके अतिरिक्त अमेरिका में 26 फरवरी को होम सेल्स और 27 फरवरी को 2024 की चौथी तिमाही की जीडीपी वृद्धि का दूसरा अनुमान जारी किया जाएगा.

एबीएस/