मुंबई, 21 फरवरी . महाराष्ट्र सरकार में गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने शुक्रवार को से विशेष बातचीत में प्रदेश की राजनीति को लेकर कई अहम बातें साझा कीं. उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को धमकी भरे ईमेल भेजने के मामले की जांच, विधायकों की सुरक्षा, उद्धव ठाकरे के बयान और अन्य मामलों पर भी प्रतिक्रिया दी.
योगेश कदम ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को धमकी भरे ईमेल मिलने के मामले में कहा कि पुलिस ने बुलढाणा से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी मामा-भांजे हैं और किसी राजनीतिक पार्टी या आतंकवादी संगठन से जुड़े नहीं हैं. दोनों को मुंबई लाया जा रहा है. जांच के बाद और जानकारी सामने आएगी.
शिवसेना विधायकों की सुरक्षा घटाने को लेकर पूछे गए सवाल पर योगेश कदम ने कहा कि जो सुरक्षा दी गई थी, वह थ्रेट के आधार पर दी गई थी. जब हम उद्धव ठाकरे को छोड़कर शिंदे गुट में शामिल हुए थे, तब हमारे परिवार की गाड़ियों को फॉलो किया जा रहा था, हमारी बच्चियों को भी निशाना बनाया जा रहा था. उस समय सुरक्षा की जरूरत थी. अब हालात पहले जैसे नहीं हैं, इसलिए सुरक्षा हटाई गई. यह कहना गलत होगा कि विधायकों की सुरक्षा किसी गलत मंशा से हटाई गई है.
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में कहा था कि उनकी हालत “जापान जैसी हो गई है, हर दिन झटके लग रहे हैं”. इस पर योगेश कदम ने कहा, “झटके तो लगने ही थे. उद्धव ठाकरे बायोलॉजिकल बालासाहेब ठाकरे के बेटे हैं, लेकिन उनमें बालासाहेब ठाकरे का कोई गुण नहीं है. आज बालासाहेब ठाकरे होते तो वह लड़ने की बात करते, हारने की नहीं. उद्धव ठाकरे ने कभी पार्टी के लिए काम नहीं किया, बल्कि हमेशा खुद के लिए काम किया. यही कारण है कि आज उद्धव ठाकरे को अपने ही लोग झटके दे रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के कई विधायक स्वयं कॉल करके शिंदे गुट से जुड़ने की इच्छा जता रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि उद्धव ठाकरे को अब “और झटके लगेंगे” और उनकी आंखें खुलेंगी.
‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो मामले को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि रणवीर इलाहाबादिया की जांच पूरी हो चुकी है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर जांच शुरू की गई थी. जो भी कार्रवाई करनी होगी, हम जरूर करेंगे.
शिंदे सरकार के दौरान लिए गए फैसलों की जांच के आदेश के परिप्रेक्ष्य में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच कथित कोल्ड वॉर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. एकनाथ शिंदे ने जो भी फैसले लिए थे, वे अकेले नहीं लिए थे, बल्कि फडणवीस के साथ मिलकर लिए गए थे. शिंदे सरकार में करीब 450 फैसले लिए गए हैं और अगर किसी एक फैसले की समीक्षा की जाती है तो यह कोई बड़ी बात नहीं है. दोनों के बीच सब कुछ ठीक है.
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पीएसके/एकेजे