लखनऊ, 21 फरवरी . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है. जब उनकी सरकार आई थी, तब राज्य की अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ रुपये थी, जो इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 27.5 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी. उत्तर प्रदेश सरकार 2029 तक उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग भारत को विकसित राष्ट्र नहीं मानते, वे उत्तर प्रदेश की आर्थिक वृद्धि पर भी सवाल उठाते हैं, भारत आज दुनिया की एक बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है. हो सकता है कि कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा हो क्योंकि जिनका अपना पर्सनल एजेंडा होता है, वह देश के विकास को अच्छा नहीं मानेंगे, लेकिन सच्चाई यह है कि देश की अर्थव्यवस्था आज विश्व में पांचवें स्थान पर पहुंच चुकी है और 2027 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा. मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि वर्ष 2029 में उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी भी बनेगा और देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान देगा.
सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए 10 प्रमुख क्षेत्रों को चिह्नित किया है. इन क्षेत्रों में औद्योगिक विकास, कृषि, सामाजिक सुरक्षा, नगरीय विकास, राजस्व संग्रह, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और सेवा क्षेत्र शामिल हैं. प्रत्येक सेक्टर की मासिक समीक्षा की जाती है और मुख्यमंत्री स्वयं तिमाही समीक्षा करते हैं. 2023 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश को जमीन पर उतारा जा चुका है. कई उद्योगों ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा कि इस निवेश से 60 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है. यह वही प्रदेश है, जहां सीडी रेशियो 44 प्रतिशत था. आज यह 60 प्रतिशत क्रॉस कर चुका है. यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश का पैसा आज उत्तर प्रदेश में लग रहा है. यह रिजर्व बैंक की ही रिपोर्ट है कि पिछली पंचवर्षीय योजना के अंदर यूपी देश का वो पहला राज्य है, जिसने बैंकों से सबसे अधिक लेन-देन किया है. जनधन अकाउंट इसके उदाहरण हैं. जिनका कभी बैंक में अकाउंट नहीं था, आज उनके अकाउंट में लाखों रुपये जमा हैं. जो इस बात का उदाहरण है कि व्यक्ति की क्रय करने और जमा करने की सामर्थ्य भी बड़ी है, यह प्रधानमंत्री मोदी के विजन के कारण संभव हो पाया है.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश में सबसे अधिक एमएसएमई इकाइयां संचालित करने वाला राज्य बन चुका है. पिछली सरकारों की उपेक्षा के कारण यह सेक्टर बदहाल हो गया था, लेकिन ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ (ओडीओपी) योजना के माध्यम से इसे पुनर्जीवित किया गया. कोविड काल में वापस लौटे 40 लाख प्रवासी श्रमिकों की स्किल मैपिंग कर उन्हें एमएसएमई सेक्टर से जोड़ा गया, जिससे दो करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिला. 24 जनवरी 2025 को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर ‘सीएम युवा उद्यमी योजना’ शुरू की गई, जिसके तहत 5 लाख रुपये तक के बैंक ऋण पर कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा. योजना के पहले चरण में 5 लाख रुपये और दूसरे चरण में 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा. अब तक 96 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं.
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों की हालत 2017 से पहले बेहद खराब थी, लेकिन आज किसान आत्महत्या नहीं कर रहा, बल्कि अपनी उपज का डेढ़ गुना मूल्य पा रहा है. धान की खेती में किसानों को प्रति क्विंटल 2,300 रुपये मिल रहे हैं, जबकि लागत 1,100 रुपये आती है. इसी तरह गेहूं पर भी सरकार किसानों को दोगुना मूल्य दे रही है. गन्ना किसानों को एक सप्ताह के भीतर भुगतान मिल रहा है. उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य बन चुका है और इथेनॉल उत्पादन में भी शीर्ष स्थान पर है. सरकार ने दलहन और तिलहन के लिए भी विशेष योजनाएं शुरू की हैं, जिससे किसानों की आमदनी में वृद्धि हो रही है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की स्वावलंबन की दिशा में जो कार्य हुए हैं, उसमें अकेले उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती में 20% भर्ती अनिवार्य रूप से की गई है. हर एक सेक्टर में उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं. सीएम योगी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आप लोगों को लगता है कि यूपी 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य नहीं हासिल कर पाएगा तो यह आपकी दुर्भावना हो सकती है, लेकिन सरकार की सद्भावना है कि उत्तर प्रदेश 5 वर्ष में इस टारगेट को अचीव करेगा. संसाधनों से भरपूर उत्तर प्रदेश को प्रकृति और परमात्मा की कृपा से ओतप्रोत इस उत्तर प्रदेश को, जिसे समाजवादी पार्टी की सरकार ने और विपक्षी दलों की सरकार ने, देश के बीमारू राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया था, यह देश की छठी-सातवीं अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा किया था, इन संसाधनों का हम भरपूर उपयोग कर रहे हैं.
सीएम योगी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में डबल इंजन सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश छठी-सातवीं अर्थव्यवस्था से उभरकर देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. 2029 तक उत्तर प्रदेश 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनकर देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा. उत्तर प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. 2023 में 65 करोड़ पर्यटक राज्य में आए और महाकुंभ में अकेले 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. उत्तर प्रदेश के इस पोटेंशियल को देश और दुनिया देख रही है. महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देगा.
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एबीएम/एएस