नई दिल्ली, 20 फरवरी . सेना के तीनों अंगों थल सेना, वायुसेना और नौसेना को 1,868 ‘रफ टेरेन फोर्क लिफ्ट ट्रक’ (आरटीएफएलटी) की आपूर्ति के लिए रक्षा मंत्रालय ने एसीई और जेसीबी इंडिया से करार किए हैं. करीब 697 करोड़ रुपए की लागत से मिलने वाले ये वाहन युद्ध से जुड़े विभिन्न अभियानों में तीनों सेनाओं के लिए मददगार होंगे. युद्ध क्षेत्र के अलावा इन वाहनों का इस्तेमाल रसद लाने और ले जाने में भी किया जा सकेगा.
दोनों कंपनियों के साथ गुरुवार को अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए. रफ टेरेन फोर्क लिफ्ट ट्रक (आरटीएफएलटी) की खरीद के लिए कुल 697.35 करोड़ रुपये के अनुबंध किए गए हैं. इस मौके पर रक्षा सचिव आर.के. सिंह भी मौजूद थे.
रफ टेरेन फोर्क लिफ्ट ट्रक (आरटीएफएलटी) एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो भारी मात्रा में रसद और सैन्य सामानों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में मददगार होगा. इस प्रकार थलसेना, वायुसेना और नौसेना की परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाएगा.
इन अनुबंधों से राष्ट्रीय रक्षा उपकरण विनिर्माण क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी. परियोजना में कंपोनेंट के विनिर्माण के माध्यम से एमएसएमई क्षेत्र को प्रोत्साहित करके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार सृजन की अपार संभावनाएं हैं.
यह खरीद भारत के रक्षा संबंधी बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और स्वदेशी उद्योगों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ का एक गौरवशाली ध्वजवाहक होगा.
केंद्र सरकार ने गुरुवार को ही 1,220 करोड़ रुपये की एक बड़ी और महत्वपूर्ण परियोजना को भी मंजूरी दी. यह सौदा भारतीय तटरक्षक बल (कोस्ट गार्ड) की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है. इस सौदे के अंतर्गत तटरक्षक बल को अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो मिलेंगे.
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जीसीबी/एबीएम/एकेजे