मुंबई, 18 फरवरी . एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ती मांग और घटती ब्याज दरों के कारण ‘कारोबारी विश्वास’ में वृद्धि जारी है, जिससे भारत सहित एशिया-प्रशांत क्षेत्र के विभिन्न बाजारों में रिटेल सेक्टर को लाभ मिल रहा है.
पिछले साल चौथी तिमाही के त्योहारी सीजन के दौरान उपभोक्ता खर्च में उछाल आया, जिससे ऑकलैंड, चीन, हांगकांग, बैंकॉक और बेंगलुरु सहित विभिन्न बाजारों में रिटेल सेक्टर को लाभ हुआ.
कोलियर्स की ‘एपीएसी कैप रेट्स क्यू4 2024’ रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में कमर्शियल सप्लाई में तेजी से कमी आई, जिसके परिणामस्वरूप रिक्तियां कम रहीं, जबकि मुंबई में ऑफिस सप्लाई में सालाना आधार पर छह गुना वृद्धि हुई, जिसके परिणामस्वरूप बाजार मजबूत हुआ.
बेंगलुरु में, मुख्य बिजनेस कॉरिडोर के साथ ग्रेड ए कमर्शियल ऑफिस के लिए किराए और पूंजी दरों में वृद्धि देखी गई.
आउटर रिंग रोड (ओआरआर), उत्तरी बेंगलुरु और व्हिटफील्ड में उपलब्धता और विशिष्टताओं के कारण ग्रेड ए फ्लोरप्लेट लेन-देन की मात्रा अधिक देखी गई, जिसके परिणामस्वरूप कैप दरें 8.0 प्रतिशत से 8.5 प्रतिशत के बीच रहीं.
मुंबई में कमर्शियल अपटेक में 2024 में मजबूत सालाना आधार पर सुधार देखा गया है, जिसमें पिछली तिमाही में मांग में वृद्धि वर्ष के दौरान सबसे अधिक रही. हालांकि, अधिक विकल्प उपलब्ध होने के चलते बढ़ी हुई सप्लाई ने कुछ माइक्रो मार्केट को छोड़कर किराए में वृद्धि को नियंत्रित रखा.
कोलियर्स इंडिया के वैल्यूएशन सर्विसेज के प्रबंध निदेशक अजय शर्मा ने कहा कि बेंगलुरु में संगठित खुदरा क्षेत्र में ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में सुधार दर्ज हुआ. हाई-स्ट्रीट एरिया में बढ़ती कैपिटल वैल्यू की वजह फेस्टिवल सीजन के दौरान कंज्यूमर एक्टिविटी में वृद्धि थी, जिसकी वजह से राजस्व हिस्सेदारी में वृद्धि हुई.
मुंबई में, इंडस्ट्रियल ट्रांजैक्शन वॉल्यूम सालाना आधार पर थोड़ा कम रहा.
हालांकि, मुंबई में बाजार में सप्लाई में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसके आधार पर, 2024 की चौथी तिमाही में कैप दरें स्थिर रही हैं.
दिसंबर 2024 में सीपीआई मुद्रास्फीति बढ़कर 5.22 प्रतिशत हो गई, जबकि पिछले 3 महीने का औसत 5.63 प्रतिशत था.
शर्मा ने कहा, “मुद्रास्फीति में यह वृद्धि 2024 की तीसरी तिमाही से शहरी मुद्रास्फीति में वृद्धि के कारण देखी गई.”
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एसकेटी/एबीएम