यूबीटी के पास अब कुछ नहीं बचा, इसलिए नेता पार्टी छोड़ रहे: शाइना एनसी

मुंबई, 17 फरवरी . शिवसेना नेता शाइना एनसी ने सोमवार को दावा किया कि शिवसेना यूबीटी के पास अब कुछ नहीं बचा है उनके अधिकांश नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं.

न्यूज एजेंसी से बातचीत में शाइना ने उद्धव ठाकरे की पार्टी पर हमला बोला. कहा कि सोमवार को कोंकण के कई नेता उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिलने जा रहे हैं. उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्यागकर कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया, जिससे कार्यकर्ता असंतुष्ट होकर बाहर निकल आए. एकनाथ शिंदे की लोकप्रियता को स्वीकार करते हुए कई नेता और विधायक उनके साथ आना चाहते हैं.

शाइना एनसी ने उद्धव ठाकरे की बुलाई गई बैठक पर भी टिप्पणी की. बोलीं, ” यह बैठक क्यों की जा रही है, इसका जवाब खुद उद्धव ठाकरे को ही पता होगा. ठाकरे को अपनी पार्टी बचाने के लिए प्रयास करने ही होंगे, लेकिन मौजूदा स्थिति में शिवसेना के सबसे लोकप्रिय नेता एकनाथ शिंदे हैं, और उनकी लोकप्रियता के कारण ही तमाम लोग उनके साथ आ रहे हैं.”

शाइना एनसी ने एलन मस्क की डीओजीई द्वारा भारत में मतदाता जागरूकता के लिए 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग रोकने पर भी बात की. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए कि आखिर वह कौन लोग हैं जो फंडिंग के जरिए भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत का लोकतंत्र मजबूत और निष्पक्ष रहना चाहिए, ताकि लोगों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव मिल सके. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बाइडेन प्रशासन के दौरान 21 मिलियन डॉलर का उपयोग किसके खिलाफ किया गया, इसका पता लगना चाहिए. ट्रंप सरकार ने इस तरह की फंडिंग को सस्पेंड कर दिया था, इसलिए भारत को भी अपने लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए इस मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए.

नई इंडिया कोऑपरेटिव बैंक के बंद होने पर संजय राउत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शाइना एनसी ने कहा कि उनको कोई गंभीरता से नहीं लेता क्योंकि वह रोज कुछ न कुछ बोलते रहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस मामले में कोई गड़बड़ी हुई है तो पूरी पारदर्शिता के साथ जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ पर राजनीति किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह एक दुखद त्रासदी थी, और इसकी पूरी जांच जरूर की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. लेकिन इस मामले पर राजनीति करना बिल्कुल बेमतलब है.

राहुल गांधी द्वारा महाकुंभ को लेकर दिए गए राजनीतिक बयान पर शाइना एनसी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा अवसरवादी राजनीति करती है और चुनाव से पहले मंदिरों की राजनीति शुरू कर देती है. राहुल गांधी महाकुंभ में किस नजरिए से जाएंगे. क्या वह इसे अपने पापों के प्रायश्चित के रूप में देख रहे हैं, या फिर एक नागरिक के रूप में महाकुंभ का सम्मान करेंगे, जो श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है. कांग्रेस को आस्था और श्रद्धा की भावना के बारे में कोई समझ नहीं है और वे सिर्फ चुनावी फायदे के लिए धार्मिक मुद्दों का इस्तेमाल करते हैं.

पीएसएम/केआर