नोएडा प्राधिकरण ने दो ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं में धोखाधड़ी पर आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज कराई शिकायत

नोएडा, 13 फरवरी . नोएडा प्राधिकरण ने दो प्रमुख ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं के प्रमोटरों के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई है. इन परियोजनाओं में वित्तीय अनियमितताएं और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं, जिसके कारण फ्लैट खरीदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और प्राधिकरण को भी भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा है.

पहली परियोजना, ग्रुप हाउसिंग भूखंड संख्या जीएच-3, सेक्टर-100, नोएडा, का आवंटन 24 दिसंबर 2008 को मेसर्स रेड फोर्ट जहांगीर प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड (अब मेसर्स ग्रेनाइट गेट प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड) के पक्ष में किया गया था. इसके तहत 1,20,000 वर्ग मीटर भूमि का आवंटन किया गया था.

हालांकि, आवंटी ने निर्धारित समय सीमा में देय राशि 495.85 करोड़ रुपये जमा नहीं की और न ही परियोजना पर निर्माण कार्य पूरा किया.

इसके अलावा, प्रमोटरों ने फ्लैट्स बेचकर तृतीय पक्षीय अधिकार सृजित किए और परियोजना से प्राप्त धनराशि को प्राधिकरण में जमा न कराकर अलग-अलग जगहों पर खर्च किया है.

दूसरी परियोजना, ग्रुप हाउसिंग भूखंड संख्या जीएच-5, सेक्टर-110, नोएडा, का आवंटन 10 दिसंबर 2009 को उसी कंपनी के नाम पर किया गया था. इस परियोजना में 1,64,120 वर्ग मीटर भूमि का आवंटन हुआ था. इस परियोजना में भी निर्धारित देय राशि 1,093.64 करोड़ रुपये समय पर जमा नहीं की गई और निर्माण कार्य भी निर्धारित समय सीमा में पूरा नहीं किया गया.

प्रमोटरों ने इस परियोजना के फ्लैट्स बेचकर तृतीय पक्षीय अधिकार सृजित किए और धनराशि को प्राधिकरण में जमा न कराकर अलग-अलग जगहों पर ही प्रयोग किया है.

इन दोनों परियोजनाओं में प्रमोटरों की वित्तीय अनियमितताओं के कारण फ्लैट बायर्स और नोएडा प्राधिकरण दोनों को गंभीर नुकसान हुआ है. इन सभी विसंगतियों के चलते प्राधिकरण ने गुरुवार को आर्थिक अपराध शाखा, दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई है और इन आरोपियों के खिलाफ जांच की मांग की है.

पीकेटी/एबीएम