महाकुंभ मेले में बच्चों को बिछड़ने से बचाने के लिए भोपाल के इस परिवार ने लगाई अनोखी तरकीब

महाकुंभ नगर, 13 फरवरी . प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है. माघी पूर्णिमा का स्नान खत्म होने के बाद भी भक्तों की भीड़ कम नहीं है. इस विशाल जनसमूह में कई लोग अपने परिजनों से बिछड़ते और फिर मिलते हैं.

भीड़ में खोने की समस्या से बचने के लिए भोपाल से आए एक परिवार ने अनोखा तरीका अपनाया है. इस परिवार ने प्रयागराज आने से पहले अपने बच्चों के हाथों में मेहंदी से माता-पिता का फोन नंबर लिख दिया, ताकि अगर बच्चे मेले में बिछड़ जाएं, तो कोई भी व्यक्ति इस नंबर पर संपर्क कर उन्हें उनके परिवार से मिलवा सके.

परिवार का कहना है कि उन्होंने पेन से नंबर लिखने के बजाय मेहंदी का इस्तेमाल इसलिए किया क्योंकि पेन की स्याही जल्दी मिट जाती है, जबकि मेहंदी का रंग कई दिनों तक बना रहता है.

परिवार के एक सदस्य अजय सोनी ने बताया कि हम लोग रेलगाड़ी से आए. रेलगाड़ी में बहुत ज्यादा भीड़ थी. इसके अलावा यहां कुंभ में भी करोड़ों लोग स्नान कर चुके हैं. भीड़ में हमारे बच्चे सुरक्षित रहें और खोएं नहीं, इसलिए हम लोगों ने यह तरीका ढूंढा है. ताकि बच्चे सुरक्षित रहें. स्याही मिट जाती है. मेहंदी कई दिनों तक मिटेगी भी नहीं. ऐसे में इनके हाथ पर नंबर देखकर कोई न कोई हमें कॉल कर देगा.

बता दें कि गुरुवार को महाकुंभ का 32वां दिन है और श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. माघी पूर्णिमा के स्नान के साथ, अब विश्व रिकॉर्ड बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं. इस उद्देश्य के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम मौजूद है. मेला प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है. महाकुंभ (जो कि विश्व की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर है) में अब तक 48 करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किया है. यह पहले ही दुनिया का सबसे बड़ा समागम बन चुका है. मेला प्रशासन ने अब चार नए विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना को कार्यान्वित करना शुरू कर दिया है, जिसकी शुरुआत शुक्रवार से होगी.

पीएसएम/एएस