गंगा मैया में स्नान करके भी इन लोगों के मन का मैल नहीं धुला: भूपेश बघेल

रायपुर, 13 फरवरी . कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को दिल्ली रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए. इस दौरान भूपेश बघेल ने एक तरफ जहां कई मुद्दों को लेकर विरोधी पार्टी पर कटाक्ष किया तो कई मुद्दों को लेकर छत्तीसगढ़ की सरकार पर निशाना भी साधा.

इस बीच, उन्होंने मीडियाकर्मियों की ओर इशारा करते हुए कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि अच्छा… तो यह सब लोग मेरे लिए आए हुए हैं. उनकी इस बात को सुनकर वहां मौजूद हर शख्स हंस पड़ा. इसके बाद उनके और पत्रकारों के बीच सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू हुआ.

मीडियाकर्मियों ने भूपेश बघेल से वरिष्ठ भाजपा नेता रमन सिंह के उस बयान के संदर्भ में सवाल पूछ दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जिनकी तकदीर में होता है, उन्हीं लोगों को कुंभ में जाने का सौभाग्य प्राप्त होता है.

इस पर भूपेश बघेल ने चुटकी लेते हुए कहा कि मतलब ओपी चौधरी, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर इनकी किस्मत में नहीं है.

इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि बात अगर सौभाग्य की ही है, तो मुझे लगता है कि यह तो भगवान पर ही निर्भर करता है. किसको बुलाना और किसको नहीं बुलाना है, यह तो सब मैया के ऊपर निर्भर करता है, वह किसी को भी बुला सकती हैं. जब कभी मैया बुलाती हैं, तो मैं जाता हूं. मैं जाने में कोई गुरेज नहीं करता.

उन्होंने कहा कि मेरी जीवन की पहली यात्रा ही प्रयागराज रही. जब मैं नाव से संगम में कूदा था, तो मेरी उम्र महज पांच साल थी. तब से मैं लगातार वहां पर जा रहा हूं. लेकिन, मुझे लगता है कि ऐसे मौके पर जब भीड़ ज्यादा हो, तो वीआईपी को जाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि ऐसी स्थिति में अव्यवस्था फैलने की आशंका रहती है, जिसके दुष्परिणाम भी हमें बीते दिनों देखने को मिल चुके हैं.

उन्होंने कहा कि हम तो वहां पर आते-जाते ही रहते हैं. हमें कई बार वहां पर जाने का मौका मिल चुका है. हम कई बार गंगा आरती में भी शामिल हुए. मैं तो यही कहूंगा कि जब गंगा मैया हमें बुलाएंगी, तो हम चले जाएंगे.

वहीं, उन्होंने रमन सिंह के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जो लोग यह कह रहे हैं कि इन लोगों की किस्मत में ही गंगा मैया में जाना नहीं लिखा है, तो मैं ऐसे लोगों के संदर्भ में यह कहना चाहूंगा कि क्या उनका मैल अभी तक धुला नहीं है. आप गंगा नहाने जा रहे हैं, लेकिन अभी तक आपके मन का मैल नहीं धुला है, तो आप किस बात के लिए गंगा मैया में स्नान कर रहे हैं.”

इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ में आयुष्मान योजना में हुए घोटाले के संदर्भ में कहा कि अभी तक इस मामले में क्या कुछ कार्रवाई हुई है?

एसएचके/केआर