बोकारो, 12 फरवरी . झारखंड पुलिस के एक जवान चंदन शांडिल्य का खून से लथपथ शव बुधवार को उसके बोकारो सेक्टर-4ए स्थित आवास में पाया गया. माना जा रहा है कि उसने अपनी सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर खुदकुशी की है. घटना की सूचना पाकर बोकारो सिटी डीएसपी आलोक कुमार सहित पुलिस के कई अफसर मौके पर पहुंचे.
चंदन शांडिल्य अपने दो बच्चों और पत्नी के साथ रहता था. उसके दोनों बच्चे स्कूल गए थे, जबकि पत्नी भी किसी काम से बाहर गई थी.
पत्नी जब लौटी तो उसने घर का दरवाजा अंदर से बंद पाया. काफी खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने पड़ोस से एक अन्य जवान को बुलाया. उस जवान ने खिड़की से कमरे के अंदर झांका तो देखा कि चंदन फर्श पर खून से लथपथ पड़ा हुआ था. दरवाजा तोड़ा गया तो चंदन मृत पाया गया.
सिटी डीएसपी आलोक रंजन ने बताया कि पहली नजर में यह आत्महत्या का मामला माना जा रहा है. सेक्टर चार थाने के प्रभारी संजय कुमार ने कहा कि हर एंगल पर जांच की जा रही है.
झारखंड में अवसाद और तनाव में आकर पुलिस एवं सुरक्षा बलों के जवानों की आत्महत्या की घटनाएं लगातार हो रही हैं. पिछले साल जनवरी से लेकर अब तक 13 जवानों ने खुदकुशी की है. वर्ष 2024 में 20 दिसंबर को लोहरदगा जिला अंतर्गत कुड़ू थाना क्षेत्र के कोलसिमरी गांव में राज्य पुलिस के जवान 32 वर्षीय रामू महतो ने फांसी लगाकर जान दे दी थी.
9 दिसंबर को धनबाद जिले के टुंडी थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ के कैंप में तैनात हवलदार नंदकिशोर सिंह की मौत खुद की रायफल की गोली लगने से हो गई थी. आशंका जताई गई थी कि उसने खुदकुशी की. हालांकि, इसे सीआरपीएफ के अफसरों ने दुर्घटना बताया था.
26 नवंबर को धनबाद के बलियापुर में इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस के एक जवान संदीप कुमार सिंह ने खुद को गोली मारकर जान दे दी थी. संदीप उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग का रहने वाला था और झारखंड में चुनाव के दौरान उसकी ड्यूटी लगी थी.
5 नवंबर को लोहरदगा जिले के भंडरा थाना क्षेत्र के राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय स्थित कैंप में विधानसभा चुनाव ड्यूटी करने पहुंचे एसएसबी के जवान अनप्पा दुग्गाल ने खुद के इंसास रायफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी.
–
एसएनसी/एबीएम