महाकुंभ नगर, 11 फरवरी . मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के दौरान यातायात और भीड़ प्रबंधन को लेकर सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं. सोमवार रात को उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें माघ पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले महाकुंभ स्नान पर्व की तैयारियों की समीक्षा की गई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है और 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन विशेष ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने निर्देश दिए कि पार्किंग स्थल को सही तरीके से संचालित किया जाए और पांच लाख से अधिक वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था का सही उपयोग किया जाए. इसके अलावा, मेला परिसर में कोई भी अनाधिकृत वाहन प्रवेश न कर सके, इसका पूरा ध्यान रखा जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर वाहनों की कतार न लगे और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न न हो. पार्किंग से मेला परिसर तक श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए शटल बसों की संख्या बढ़ाई जाए. उन्होंने प्रशासन से कहा कि प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और ट्रेनों की नियमित व्यवस्था बनी रहे.
स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ की पहचान स्वच्छता से जुड़ी है, इसलिए संगम और मेला परिसर की सफाई नियमित रूप से होनी चाहिए. गंगा और यमुना में पानी की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखी जाए.
सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के दृष्टिगत मंगलवार को एडीएम और एसडीएम स्तर के 28 प्रशासनिक अधिकारियों सहित अनेक पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है. इन सभी की यथा आवश्यकता सेवा ली जाए. पुलिस अधिकारियों को ट्रैफिक मैनेजमेंट में लगाया जाना चाहिए.
प्रयागराज से संबद्ध सभी मार्गों पर पुलिस पेट्रोलिंग जारी रखें. क्रेन, एम्बुलेंस की उपलब्धता रहे. रीवा मार्ग, अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गों पर कहीं भी यातायात अवरुद्ध नहीं होना चाहिए. प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने प्रशासन से यह भी कहा कि प्रयागराज से जुड़े सभी जिलों के अधिकारियों को आपस में संपर्क और समन्वय बनाए रखना चाहिए, ताकि वाहनों का मूवमेंट सुचारू रूप से चलता रहे. उन्होंने सभी अधिकारियों से यह भी कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को लगातार सक्रिय रहना चाहिए.
इसके अलावा, संत रविदास जयंती के मौके पर प्रदेशभर में आयोजित कार्यक्रमों के लिए भी मुख्यमंत्री ने प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी और सभी कार्यक्रमों को सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न करने की दिशा में कदम उठाने का निर्देश दिया.
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एसएचके/एएस