नई दिल्ली, 10 फरवरी . कांग्रेस पार्टी लगातार तीसरी बार दिल्ली विधानसभा में खाता नहीं खोल पाई है. 2015 में शून्य, 2020 में शून्य और 2025 में भी कांग्रेस के खाते में एक भी सीट नहीं आई. जबकि, कांग्रेस का दावा था कि इस बार दिल्ली में पार्टी सिर्फ खाता ही नहीं खोलेगी बल्कि सरकार भी बनाएगी. लेकिन, जब चुनाव आयोग द्वारा 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए गए तो एक बार फिर कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया.
कांग्रेस का मानना है कि चुनाव अच्छा लड़ा गया है. संगठन के तौर पर कांग्रेस मजबूत हुई है. लेकिन, कई सवाल कांग्रेस के लिए खड़े हो गए हैं. उसमें सबसे बड़ा है, कांग्रेस भविष्य में अकेले चुनाव में जाएगी या फिर गठबंधन किया जाएगा?
इसे लेकर जब कांग्रेस सांसद तारिक अनवर से न्यूज एजेंसी ने जवाब मांगा तो उन्होंने कहा कि देखिए ऐसा नहीं है. हम यह कहना चाहते हैं कि हमारा शीर्ष नेतृत्व सभी चीजों पर ध्यान दे रहा है और इस पर समीक्षा बैठक की जाएगी. समीक्षा बैठक के बाद तय होगा कि हमें भविष्य में कैसे आगे बढ़ना है. भविष्य में अकेले चलना है या फिर गठबंधन के साथ चलना है. यह फैसला तो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तय करेंगे.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली चुनाव को लेकर समीक्षा बैठक करेगा. इसकी जरूरत भी है. मुझे लगता है कि केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही इस पर फैसला लेगा.
केंद्रीय बजट पर उन्होंने कहा कि बजट पर मैंने अपनी बात रखी है. बार-बार एक ही बात को दोहराने का कोई मतलब नहीं बनता है. मुझे लगता है कि यह जो बजट है, पिछली बजट की कार्बन कॉपी है. बजट में ऐसी कोई बात नहीं कही गई है, जिससे देश की जो मूल समस्या है, उसका निदान हो सके. सिर्फ नारे लगाने से देश नहीं चलता है, सिर्फ नारे से कोई क्रांति नहीं आएगी. सवाल है कि नया भारत बनाने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं. आपको बताना चाहिए कि आप गरीबी कैसे दूर करेंगे, बेरोजगारी कैसे दूर करेंगे, भ्रष्टाचार कैसे खत्म करेंगे, मुझे लगता है कि तमाम चीजों पर ध्यान नहीं दिया गया है, जबकि ध्यान देने की जरूरत है.
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डीकेएम/एबीएम