नई दिल्ली, 10 फरवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को मिली हार के बाद अब ‘इंडिया अलायंस’ में फूट पड़ गई है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार को लेकर सामना के संपादकीय में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर सवाल उठाए गए हैं. ‘इंडिया अलायंस’ में चल रही खटपट पर अब भाजपा और शिवसेना सांसदों की प्रतिक्रिया आई है.
शिवसेना सांसद नरेश गणपत म्हस्के ने से बातचीत में कहा कि ‘इंडिया अलायंस’ टुकड़ों-टुकड़ों से बना है.
उन्होंने कहा, “‘इंडिया अलायंस’ का मुखिया कौन है, अब तक ये तो तय हो नहीं पाया है. लेकिन, पीएम मोदी से द्वेष के लिए इस गठबंधन को बनाया गया है. वो एक साथ कभी नहीं आ सकते हैं, क्योंकि हर किसी को प्रधानमंत्री बनना है. मेरा मानना है कि उनमें ताकत भी नहीं है. इसलिए वो कभी एक नहीं आएंगे.”
दरअसल, शिवसेना (यूबीटी) के संपादकीय सामना में कहा गया है कि दोनों दलों की आपसी लड़ाई से भाजपा का काम आसान हुआ है.
केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा, “हमने पहले ही कहा था, जब ‘इंडिया अलायंस’ बनाया गया था. इनका यही उद्देश्य था प्रधानमंत्री को हटाया जाए.”
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी को मणिपुर जाने की सलाह देने के सवाल पर उन्होंने कहा, “ये राहुल गांधी नहीं तय करेंगे कि प्रधानमंत्री को वहां जाना है या नहीं. प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही संवेदनशील व्यक्ति हैं और उनके दिलों-दिमाग में नॉर्थ ईस्ट बसता है. भारत सरकार के सभी मंत्री हर महीने उत्तर-पूर्व के किसी न किसी राज्य का दौरा करते हैं.”
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम के सवाल पर कहा, “शीर्ष नेतृत्व इस पर जल्द ही फैसला लेगा.”
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. 27 साल बाद भाजपा दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है. उसे विधानसभा चुनाव में 48 सीटों पर जीत मिली है, जबकि ‘आप’ को 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा है.
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