नई दिल्ली, 8 फरवरी . सांसद बने, फिर टिकट कटा, कुछ समय बाद विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाए गए और शनिवार को जब नतीजे निकले तो प्रवेश सिंह वर्मा दिल्ली में अचानक भाजपा के सबसे बड़े चेहरे बनकर उभरे. दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को हराने वाले भाजपा प्रत्याशी प्रवेश सिंह वर्मा ने अपनी जीत पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर सबसे पहले लिखा, ‘जय श्री राम’.
इसके अलावा उन्होंने एक और एक्स पोस्ट में लिखा, ”अंधेरा छट गया, सूरज निकल गया, कमल खिल गया. दिल्ली ने विकास चुना है. ये जीत दिल्ली के विश्वास की है, ये जीत दिल्ली के भविष्य की है, मैं हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के नेतृत्व और भारतीय जनता पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता की मेहनत और दिल्ली की जनता के विश्वास का आभारी हूं. दिल्ली के इस नए सवेरे के लिए समस्त दिल्लीवासियों को बधाई.”
दरअसल, प्रवेश सिंह वर्मा ने जैसी सफलता पाई है, यह दिल्ली भाजपा के लिए सबसे बड़ी है. केजरीवाल जैसी शख्सियत को पटकनी देने वाले प्रवेश वर्मा ने जीत के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. कयासों का दौर शुरू हो गया, नजर सभी की दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के चेहरे पर है. लेकिन, भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड है, अचानक ऐसे नाम सामने रखने का, जो सभी के लिए कमोबेश नया हो.
प्रवेश वर्मा ने जीत पर जनता का आभार जताया और कहा, ”यह पीएम मोदी और जनता की जीत है. जनता ने भरोसा जताया, उसके लिए जनता का धन्यवाद.”
साल 2013 में प्रवेश वर्मा ने राजनीति में एंट्री की. उनके पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके थे. उन्होंने महरौली विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रवेश वर्मा ने पश्चिमी दिल्ली सीट से चुनाव में सफलता प्राप्त की. एक बार फिर अपने प्रदर्शन को दोहराते हुए उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी जीत प्राप्त की. यह जीत इस लिहाज से बड़ी थी कि उन्होंने कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 5.78 लाख के वोटों के अंतर से करारी शिकस्त दी.
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रवेश वर्मा को भाजपा ने नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी बनाया. उनके सामने आम आदमी पार्टी (आप) के अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के संदीप दीक्षित जैसे नेता थे. नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल के लिए आसान जीत का दावा किया जा रहा था. लेकिन, प्रवेश वर्मा ने सारे दावों की हवा निकाल दी, न सिर्फ अरविंद केजरीवाल को हराया बल्कि आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका भी दिया. यहां से आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े चेहरे और कर्ता-धर्ता अरविंद केजरीवाल को हार का सामना करना पड़ा.
अगर प्रवेश वर्मा की बात करें तो राजनीति में उनके बयान भी सुर्खियां बटोर चुके हैं. अपने तीखे बयान को लेकर प्रवेश वर्मा कई बार विपक्ष के निशाने पर रहे हैं. नागरिक संशोधन कानून, दिल्ली में छठ पूजा, यमुना की सफाई से लेकर दिल्ली की जनता की परेशानियों से जुड़े मुद्दे को उठाकर प्रवेश वर्मा लगातार आम आदमी पार्टी (आप) पर हमलावर रहे हैं. अब, प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को हराकर दिल्ली के सियासी इतिहास में अपना नाम हमेशा के लिए अंकित करा दिया है.
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एसके/एबीएम