बुलंदशहर , 7 फरवरी . उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के औरंगाबाद नगर पंचायत क्षेत्र में 250 करोड़ रुपये की सरकारी कृषि भूमि को कब्जे से मुक्त कराया गया. इस भूमि पर पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं का कब्जा था, जिसे प्रशासन ने अब खाली करवा लिया है.
इस कार्रवाई के तहत कुल 110 बीघा कृषि भूमि को कब्जामुक्त किया गया, जिनमें से 12 बीघा जमीन सपा नेताओं के कब्जे में थी.
अब इस कब्जामुक्त जमीन पर प्रशासन द्वारा गौवंश के लिए हरे चारे की फसल उगाई जाएगी, जिसे सरकारी गौशालाओं को मुफ्त में सप्लाई किया जाएगा.
यह कदम सरकार की ओर से बेशकीमती सरकारी भूमि का संरक्षण और गौवंश के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम पहल है.
नगर पंचायत औरंगाबाद के अधिशासी अधिकारी सेवाराम राजभर ने इस बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि औरंगाबाद में सरकारी जमीनों पर कब्जों को लेकर कई शिकायतें सामने आई थीं. हमने इस संबंध में चेयरमैन साहब और मैंने शीर्ष अधिकारियों को शिकायत दी. इसके बाद जब जिलाधिकारी के संज्ञान में यह मामला लाया गया तो उन्होंने यहां पर जमीन की पैमाइश के लिए एक टीम का गठन किया, जो मौजूदा समय में वहां पर जमीन की पैमाइश में जुटी हुई है.
उन्होंने आगे कहा कि हमने अब तक कई जमीन को कब्जामुक्त कराकर उसे नगर पंचायत के अधीन कर दिया है. इसमें कई बड़े लोग भी शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि अब तक हम लोग 250 करोड़ की जमीन कब्जा मुक्त करवा चुके हैं. जमीनों को कब्जा मुक्त कराने की प्रक्रिया काफी पहले ही निर्धारित कर दी गई थी, जिसके तहत हमने यह सब कुछ किया है.
उन्होंने कहा कि अब इस जमीन पर कई नेताओं का भी कब्जा था, जिसे अब हमने छुड़ा लिया है. फिलहाल, इस मामले में कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.
बता दें कि इससे पहले 18 जनवरी को सहारनपुर के देवबंद में तलहेड़ी चुंगी स्थित श्मशान की भूमि पर कब्जे को लेकर दिनदहाड़े फायरिंग की घटना हुई थी. इस घटना में दो युवक घायल हो गए थे.
पुलिस अधीक्षक (देहात) सागर जैन ने बताया था कि थाना देवबंद के तलहेड़ी चुंगी के पास खाली पड़ी जमीन पर एक पक्ष द्वारा काम कराया जा रहा था. वहां दूसरे पक्ष ने लड़ाई-झगड़ा किया और फायरिंग की. इस दौरान दो लोगों को गोली लगी.
पुलिस ने कहा था कि इस मामले में आवश्यक तथ्य जुटाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
–
एसएचके/केआर