गुजरात : एनक्यूएएस प्रमाणपत्रों के साथ नर्मदा ज‍िले में चमके आयुष्मान आरोग्य मंदिर

नर्मदा, 6 फरवरी : गुजरात के नर्मदा जिले में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों ने केवल 10 महीनों में कुल 2 राष्ट्र स्तरीय और 37 राज्य स्तरीय राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं, जो जिले की उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति बढ़ती प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

अप्रैल से नवंबर 2024 के बीच, नांदोड़ तालुका के नवपारा और सुंदरपुरा गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं का दिल्ली की टीमों ने गहन मूल्यांकन किया. सिसोदरा और जसलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत आने वाले इन दो आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप-केंद्रों ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम (एनक्यूएपी) द्वारा निर्धारित कड़े मानदंडों को पूरा किया, जो विभिन्न गुणवत्ता संकेतकों के आधार पर स्वास्थ्य सेवा संस्थानों का मूल्यांकन करता है.

इस प्रक्रिया में राष्ट्रीय स्तर के अधिकारियों ने बारीकी से समीक्षा की, जिसमें बुनियादी ढांचे, स्वच्छता, चिकित्सा सेवाएं और दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की कुल गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित किया. केवल वे संस्थान जो इन उच्च मानकों को पूरा करते हैं, उन्हें प्रतिष्ठित एनक्यूएएस प्रमाण पत्र दिया जाता है. यह कठोर मूल्यांकन सुनिश्चित करता है कि स्वास्थ्य सेवा केंद्र न केवल बुनियादी चिकित्सा उपचार प्रदान करते हैं, बल्कि मरीजों की देखभाल भी प्रदान करते हैं, जिससे ये सुविधाएं स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता के बेहतरीन उदाहरण बन जाती हैं.

नर्मदा जिले के स्वास्थ्य अधिकारी जनक मधक ने इस मान्यता के महत्व के बारे में से बात करते हुए कहा, “सुंदरपुरा और नवपारा में आयुष्मान भारत आरोग्य मंदिरों को उनकी सेवाओं की उच्च गुणवत्ता के कारण राष्ट्रीय स्तर का प्रमाणपत्र मिला है. इस कार्यक्रम के तहत, हम बच्चों की देखभाल से लेकर बुजुर्गों के लिए सहायता तक, 12 प्रकार की जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि हमारे नागरिकों को व्यापक और गुणवत्तापूर्ण देखभाल मिले.”

आयुष्मान आरोग्य मंदिर पहल स्वास्थ्य सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है, जिसमें निःशुल्क चिकित्सा जांच, दवाइयां और स्वास्थ्य शिक्षा शामिल है. यह समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बन गया है, जिसमें प्रत्येक सुविधा कई गांवों की जरूरतों को पूरा करती है. उदाहरण के लिए, सुंदरपुरा केंद्र चार गांवों में सेवा प्रदान करता है और मुफ्त परामर्श, दवाइयां (195 प्रकार की उपलब्ध) तथा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर रोज योग सत्र प्रदान करता है.

सुंदरपुरा में आयुष्मान आरोग्य मंदिर के डॉ. देवेश भारद्वाज ने केंद्र के प्रभाव को उजागर किया. उन्होंने कहा, “हमें अपनी सात सेवाओं के लिए एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिला है. यह एक पुरस्कृत अनुभव रहा है. हम सिर्फ चिकित्सा सेवा ही नहीं दे रहे हैं; हम योग और स्वास्थ्य शिक्षा के जरिए भी स्वास्थ्य को बढ़ावा दे रहे हैं.”

एफजेड/