माखन दीन और वसीम अहमद मल्‍ला की मौत की जांच हो : उमर अब्दुल्ला

जम्मू, 6 फरवरी . जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को बिलावर में पुलिस हिरासत में माखन दीन के साथ कथित दुर्व्यवहार को लेकर चिंता जताई, कथित तौर पर जिसके चलते माखन दीन ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने वसीम अहमद मल्‍ला की मौत को लेकर भी सवाल उठाए.

उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “मैंने बिलावर में पुलिस हिरासत में माखन दीन पर अत्यधिक बल प्रयोग और उत्पीड़न की खबरें देखी हैं, जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली और वसीम अहमद मल्ला की सेना द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसकी परिस्थितियां पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं. ये दोनों घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं और ऐसा नहीं होना चाहिए था.”

उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग और साझेदारी के बिना जम्मू-कश्मीर कभी पूरी तरह से सामान्य और आतंक से मुक्त नहीं हो पाएगा. इस तरह की घटनाएं उन लोगों को अलग-थलग करने का जोखिम पैदा करती हैं, जिन्हें हमें सामान्य स्थिति की बहाली के लिए अपने साथ लेकर चलने की जरूरत है. मैंने इन घटनाओं को केंद्र सरकार के समक्ष उठाया है और जोर दिया है कि दोनों घटनाओं की समयबद्ध, पारदर्शी तरीके से जांच की जाए. जम्मू-कश्मीर की सरकार भी अपनी जांच का आदेश देगी.”

उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में बुधवार रात सेना की ओर से कथित तौर पर की गई गोलीबारी में एक ट्रक चालक की मौत हो गई. चालक की पहचान सोपोर के रहने वाले वसीम अहमद मल्ला के रूप में हुई है. जानकारी के अनुसार, वह बारामूला से श्रीनगर की ओर जा रहा था.

सेना की ओर से जारी बयान के अनुसार, सेना ने संभावित आतंकवादी गतिविधि के बारे में विशेष खुफिया जानकारी मिलने के बाद बारामूला के डेलिना में मोबाइल वाहन चेक पोस्ट (एमवीसीपी) स्थापित किया था. सेना के जवानों ने तेज गति से आ रहे ट्रक को रुकने के लिए इशारा किया, लेकिन चालक ने अपनी गति और बढ़ा दी. इसके बाद, सैनिकों ने 23 किलोमीटर से अधिक वाहन का पीछा किया और टायरों को निशाना बनाकर गोलियां चलाई गईं, जिससे वाहन को संग्राम चौक पर रुकना पड़ा.

सेना ने बताया कि ट्रक के रुकने के बाद चालक घायल अवस्था में पाया गया, जिसके बाद उसे बारामूला के सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पीएसके/एकेजे