मुंबई, 6 फरवरी . कांग्रेस नेता चरण सिंह सपरा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एग्जिट पोल कभी भी एग्जैक्ट पोल नहीं होते और हमें पूरा विश्वास है कि दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनेगी.
सपरा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 11 सालों में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली की दुर्दशा कर दी है, जिसे जनता ने देखा और अनुभव किया है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सपरा ने कहा कि वे संघ संचालक हैं और उनकी विचारधारा भाजपा से जुड़ी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि भागवत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भाषा बोल रहे हैं और समाज को बांटने का काम कर रहे हैं. सपरा ने कहा, “बंटेंगे तो कटेंगे” जैसी बयानबाजी देश को तोड़ने का काम करती है और इससे समाज में नकारात्मक माहौल पैदा होता है.
महाकुंभ में हुई भगदड़ और उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वहां जाने को लेकर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब तक कई लोग लापता हैं, जिनका कोई पता नहीं चल पाया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए.
इसके बाद सपरा ने महाराष्ट्र की लाड़की बहिन योजना के तहत उन लोगों के नाम हटाने की प्रक्रिया, जिनके पास कार है, पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ये योजनाएं सिर्फ लोगों को लुभाने के लिए लाई गई थीं, लेकिन करोड़ों लोग इनका लाभ उठा रहे हैं. कांग्रेस इन योजनाओं को बंद करने का विरोध करेगी और जनता के हितों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
शिवसेना (यूबीटी) के नेता अंबादास दानवे के उस बयान पर कि कांग्रेस को सिर्फ लोकसभा चुनाव तक ही महत्व दिया जाना चाहिए, सपरा ने कहा कि यह बयान क्यों दिया गया, इसका उन्हें पता नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने ‘बड़े भाई’ की भूमिका निभाई थी और सहयोगियों को अधिक सीटें दी थीं.
महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में सब कुछ ठीक चलने के सवाल पर सपरा ने कहा कि गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है और आगामी चुनावों को लेकर फैसला वरिष्ठ नेता करेंगे. उन्होंने कहा कि यह तय किया जाएगा कि गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ा जाएगा या फिर अलग-अलग चुनाव लड़ा जाएगा, फिलहाल एमवीए में कोई समस्या नहीं है.
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