नई दिल्ली, 6 फरवरी . संसद के बजट सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे सांसदों ने गुरुवार को से बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी. दिल्ली विधानसभा चुनाव, आरएसएस प्रमुख के बयान और इंडी गठबंधन की सियासत पर विचार साझा किए.
हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी से जब दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सामने आए एग्जिट पोल को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यहां (दिल्ली) भाजपा की सरकार बनने जा रही है. यह बात बिना किसी हिचक के कही जा सकती है.
कांग्रेस नेता गुरजीत सिंह औजला ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा जाति के संदर्भ में दिए बयान को लेकर सवाल उठा दिए. उन्होंने कहा, “मोहन भागवत आखिर जाति की बात करते ही क्यों हैं? मैं तो कहूंगा कि उन्हें महज हिंदुओं की ही नहीं, बल्कि पूरी समुदाय की बात करनी चाहिए.”
उन्होंने भावुक उदाहरण देते हुए कहा, “जब किसी को किसी आपातकालीन स्थिति में खून की जरूरत होती है, तब वो किसी धर्म और जाति को लेकर सवाल नहीं पूछते हैं. ऐसी स्थिति में इतना ही कहेंगे कि हमें ब्लड मिल जाए. हम लोग ऑक्सीजन कहां से ले रहे हैं. कभी यह सवाल किया गया?”
उन्होंने मोहन भागवत को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इन लोगों की पूरी राजनीति ही जाति पर आधारित है. ये लोग जाति की ही बात करते हैं.
बता दें कि मोहन भागवत ने बुधवार को केरल में हिंदू धार्मिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने यह बयान दिया था कि हिंदू धर्म में कोई छोटा बड़ा नहीं होता है. उनके इसी बयान को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है.
वहीं, कांग्रेस नेता ने रामगोपाल यादव पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति उन्हीं को मुबारक हो. आप हमें क्या खड़ा करेंगे. कांग्रेस 100 साल पुरानी पार्टी है. कांग्रेस अपने बारे में सोचने के लिए पूरी तरह से समृद्ध है.
दरअसल, रामगोपाल यादव ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि यह पार्टी कहीं पर भी खड़ी नहीं होना चाहती है. हमने इसे हर जगह खड़ा करने की कोशिश की, लेकिन यह पार्टी खड़ी होना ही नहीं चाहती है.
शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सामने आए एग्जिट पोल को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी जीत की ओर अग्रसर है. लोगों का विश्वास भारतीय जनता पार्टी पर है.
उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस का हाथ नहीं हथौड़ा है, जिस पर भी गिरता है, वो खत्म हो जाता है. अगर आपको यकीन नहीं हो रहा है, तो महाराष्ट्र में देख लीजिए. हमारे पास एक नहीं, बल्कि अनेक मिसालें हैं. उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया, तो उनका क्या हाल हुआ, वो किसी से छुपा नहीं है. शरद पवार के साथ हाथ मिलाया तो उनकी हालत कैसी हो गई, ये हम सभी को पता है.
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजनीतिक समझ पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि राहुल के अंदर अभी-भी बचपना है. ऐसी स्थिति में राहुल के नेतृत्व को इस देश की जनता भला कैसी स्वीकार कर सकती है.
जेडीयू के नेता संजय झा ने कहा कि दिल्ली की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है. दिल्ली की जनता ने संकल्प ले लिया है कि इस बार हम किसी भी कीमत पर भाजपा को सत्ता में लाकर ही दम लेंगे.
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को यह एहसास हो चुका है कि जब तक यहां सरकार नहीं बदलेगी, तब तक यहां का सूरतेहाल नहीं बदलने वाला है.
उन्होंने अपनी चुनावी अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मैं बीते दिनों पूर्वांचली बाहुल्य इलाके में गया था, तो वहां के लोगों की दुर्दशा झकझोर कर रख देने वाली थी. पूर्वांचल के लोग बुनियादी सुविधाओं से महरूम हैं. उनके पास न पीने के लिए पानी है और न ही रहने के लिए अच्छा आवास. इन्हीं सब स्थिति को देखते हुए अब लोगों ने बदलाव का मन बना लिया है.
इसके साथ ही नीतीश कुमार के शासनकाल में कानून-व्यवस्था की तारीफ की. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून का राज है. अगर कोई भी कानून का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है, तो उसके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाती है. हमारी सरकार में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को किसी भी प्रकार का राजनीतिक संरक्षण नहीं दिया जाता है.
वहीं, उनसे जब इंडिया ब्लॉक के संदर्भ में सवाल किया गया, तो उन्होंने इसके अस्तित्व को ही नकार दिया. उन्होंने कहा कि आप किस गठबंधन की बात कर रहे हैं. अब इंडिया ब्लॉक नहीं बचा है.
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एसएचके/केआर