मुंबई, 6 फरवरी . दिल्ली चुनाव में वोटिंग के बाद तमाम एग्जिट पोल के रुझान आप की विदाई और भारतीय जनता पार्टी की ताजपोशी का संकेत दे रहे हैं. कारण तलाशे जाने लगे हैं. शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने इसकी वजह ‘आप’ की राजनीति और भ्रष्टाचार को बताया है.
दिल्ली चुनाव के बाद एग्जिट पोल के रुझानों को लेकर शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने कहा, “दिल्ली में पिछले 5 साल से जो राजनीति हो रही थी, विधानसभा चुनाव में हमने देखा कि भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर पहुंच गया था. आम आदमी पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए. दिल्ली में ‘आप’ की करतूत रही, इन सभी के कारण दिल्ली में आज एनडीए की जीत देखी जा रही है.”
उन्होंने कहा कि “दिल्ली के लोगों ने भाजपा पर विश्वास जताया है. शिवसेना ने भी अपना समर्थन उनको दिया, यह फैसला खुद एकनाथ शिंदे ने लिया था. निश्चित तौर पर इससे भाजपा और एनडीए की ताकत दिल्ली में बढ़ी है. एग्जिट पोल भी यही दिखा रहे हैं, हम जल्द फैसले का इंतजार करेंगे.”
कांग्रेस को लेकर शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि “कांग्रेस का हर राज्य में सूपड़ा साफ हो रहा है. महाराष्ट्र या अन्य राज्य में भी कांग्रेस के अंदरूनी झगड़े देखने को मिल रहे हैं. उनकी पार्टी में लीडरशिप की समस्या देखने को मिल रही है. कांग्रेस के कई लोग राहुल गांधी को खुद नेता नहीं मानते, वहीं आम आदमी पार्टी से उनका कभी दोस्ताना और कभी झगड़ा, ‘इंडी’ अलांयस का टूटना, ये सब संकेत दे रहा है कि कांग्रेस दिल्ली में नहीं जीत सकती.”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के छुआछूत के लिए हिंदू समाज में कोई जगह नहीं और सभी हिंदुओं को एक-दूसरे का सम्मान करने की अपील पर शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, “सनातन धर्म हमें यही सिखाता है कि सभी को एक-दूसरे के साथ शांतिपूर्वक रहना चाहिए. जाति भेद करना और छुआछूत को नहीं मानना चाहिए. निश्चित रूप से हिंदू समाज को एकजुट रहना चाहिए. पीएम मोदी ने भी ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का नारा दिया है.”
दरअसल, आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत ने बुधवार को केरल में हिंदू धार्मिक सम्मेलन में भाग लिया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि हिंदू धर्म में कोई बड़ा और छोटा नहीं होता. इस धर्म में जाति छुआछूत जैसी चीजों का कोई खास मतलब नहीं है.
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एससीएच/केआर