दिल्ली के लोग चाहते हैं बदलाव, इस बार होगा परिवर्तन : आनंद परांजपे 

मुंबई, 5 फरवरी . राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व सांसद आनंद परांजपे ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर अहम टिप्पणियां कीं. उन्होंने दिल्ली चुनाव में एनसीपी की भूमिका, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व पर उठाए गए सवाल और ईवीएम को लेकर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया पर अपनी बात रखी.

आनंद परांजपे ने से बात करते हुए कहा कि हम दिल्ली चुनाव में 23 सीटों पर उम्मीदवार उतार रहे हैं और हमें विश्वास है कि जब वोटों की गिनती होगी तो एनसीपी के उम्मीदवार जीतकर आएंगे. दिल्ली के लोग बदलाव चाहते हैं और हमें लगता है कि इस बार चुनाव में परिवर्तन होगा. आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के लिए यह चुनाव कठिन है, क्योंकि दस सालों में किए गए वादों काे पूरा नहीं क‍िया गया. उन्होंने यमुना को साफ करने का वादा किया था, लेकिन दस साल बाद फिर वही वादा दोहराया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल इतने सालों में यमुना को साफ नहीं कर सके, तो जनता उनसे सवाल पूछ रही है. जब पंजाब में आप की सरकार आई थी, तो ईवीएम पर कोई सवाल नहीं खड़ा किया गया था, लेकिन अब जब वह दिल्ली में हारते हुए दिख रहे हैं, तो ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं. जब महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी को 31 सांसदों का जनादेश मिला था, तब भी ईवीएम पर कोई सवाल नहीं था. अब अचानक से ईवीएम पर सवाल खड़ा किया जा रहा है. यह ठीक नहीं है. जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए और चुनाव परिणामों को स्वीकार करना चाहिए.

परांजपे ने केजरीवाल द्वारा हरियाणा पर जहरीला पानी देने के आरोपों पर सवाल किए जाने पर कहा कि यह बयान बिल्कुल गलत है. हरियाणा पर उनका आरोप निराधार है, चुनाव आयोग ने इसे गंभीरता से लिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

एनसीपी प्रवक्ता ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अंजलि दमानी के आरोप पूरी तरह झूठे हैं. भ्रष्टाचार का आरोप निराधार है. इस पर जांच की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि भ्रष्टाचार हुआ ही नहीं है. जिस कंपनी से नैनो यूरिया और नैनो डीएपी खरीदी गई, वह भारत की अग्रणी कंपनियों में से एक है और कीमतों में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है.

आनंद परांजपे ने अन्ना हजारे द्वारा केजरीवाल की आलोचना पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का नेतृत्व करने का श्रेय जरूर मिलता है, लेकिन उनके कार्यकाल में दिल्ली में जो भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए, उन्होंने इस आंदोलन को नुकसान पहुंचाया है. अन्ना हजारे जो पहले अरविंद केजरीवाल के समर्थक थे, अब उनके खिलाफ बोल रहे हैं. यह संकेत है कि हजारे जी का विश्वास अब केजरीवाल पर नहीं है.

छगन भुजबल के एनसीपी (शरद) के संपर्क में होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि छगन भुजबल की नाराजगी दूर हो गई है. हमारे अध्यक्ष अजित पवार, प्रफुल्‍ल पटेल और प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे भी उनके संपर्क में है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से छगन भुजबल ने मुलाकात की है, इस दौरान करीब 30 मिनट तक चर्चा हुई. भुजबल हमारे पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उनकी नाराजगी दूर हो गई है.

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