बेंगलुरु, 5 फरवरी . संसद में साल 2025-26 के लिए पेश आम बजट के बाद जारी एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बजट से उपभोग को बढ़ावा मिलेगा.
एक नई रिपोर्ट के अनुसार, आम बजट उपभोग क्षेत्र को बढ़ावा देगा और दीर्घकालिक नीतियां शहरी आवास, बीमा और रक्षा संबंधित उद्योगों के लिए अनुकूल हैं.
भारतीय पूंजी बाजार उद्योग के लिए निवेश उत्पादों और प्लेटफार्मों के प्रमुख प्रदाता स्मॉलकेस के प्रबंधकों के अनुसार, पिछले 10 साल में पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) बजट में 15 प्रतिशत वार्षिक की औसत दर से वृद्धि हुई है. साल 2030 तक आवंटन 1.2 ट्रिलियन डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है.
स्मॉलकेस के प्रबंधकों के अनुसार, बड़े कैपेक्स निवेश बैंकों और विशेष बुनियादी ढांचा एनबीएफसी के लिए फायदेमंद होने की संभावना है.
रिपोर्ट में कहा गया है, “अधिकतर उपभोग केंद्रित कंपनियों का मूल्यांकन अधिक है, लेकिन उपभोक्ता वित्त कंपनियां अधिक उचित मूल्यांकन पर उपलब्ध हैं.”
स्मॉलकेस प्रबंधकों ने डीपसीक एआई पर कहा कि इसने आईटी के लिए बाजार का विस्तार किया है, लेकिन शॉर्ट टर्म ग्रोथ रेट और वैल्यूएशन एक चिंता का विषय है.
आईटी एक दिलचस्प क्षेत्र बना हुआ है, जिसने डीपसीक भारतीय आईटी सेवा कंपनियों के लिए एक असाधारण रूप से बड़े ओवरऑल संभावित बाजार को उत्प्रेरित कर रहा है.
नए एआई मॉडल को प्रशिक्षित करने की लागत पहले की तुलना में 1/30वें से 1/50वें हिस्से तक कम हो गई है, जिससे छोटी और मध्यम आकार की कंपनियों और स्टार्टअप्स के लिए नए मॉडल विकसित करना और अगले 2-10 साल में एआई पर आधारित कई उत्पाद लॉन्च करना संभव हो गया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे भारतीय आईटी सेवाओं के लिए बाजार कई गुना बढ़ जाता है. हालांकि, निकट अवधि की विकास दरों और मूल्यांकन के बारे में कुछ अनिश्चितता के साथ आईटी संभावित रूप से अल्फा-जेनरेशन बना हुआ है.
बाजार विशेषज्ञ और स्मॉलकेस मैनेजर अंबरीश बालिगा ने कहा, “खिलौना उद्योग 400 अरब डॉलर का वैश्विक बाजार है, जिसमें चीन में ज्यादातर उत्पादन हो रहा है. बजट में खिलौना निर्माण उद्योग के लिए धन आवंटित किया गया है, जिससे अगले 10-15 साल में महत्वपूर्ण वृद्धि हो सकती है.”
उन्होंने कहा कि हमें अर्थव्यवस्था को लंबी अवधि के लिए बाजार और मुद्रा की वृद्धि के लिए 7.5-8 प्रतिशत से अधिक की दर से आगे ले जाने की आवश्यकता है.
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एफएम/एकेजे