नई दिल्ली, 4 फरवरी . अमेरिकी निवेश एवं वित्तीय सेवा कंपनी जेफरीज ने अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) को ‘बाय’ रेटिंग देते हुए उसके शेयर के 30 प्रतिशत उछाल के साथ 660 रुपये पर पहुंचने का अनुमान जताया है.
अदाणी पावर, एनटीपीसी के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी थर्मल पावर जनरेशन कंपनी है, जो 2030 तक अपनी क्षमता को 1.7 गुना बढ़ाकर 17.6 गीगावाट से 30.7 गीगावाट करने की दिशा में आगे बढ़ रही है.
जेफरीज ने अपने नोट में कहा, “भूमि की आवश्यकताएं और वित्तपोषण योजनाएं तैयार हैं. उपकरण वितरण और इनहाउस ईपीसी के लिए बीएचईएल के साथ घनिष्ठ समन्वय सुनिश्चित कर रहा है कि पूंजीगत व्यय समय पर हो. मर्चेंट एक्सपोजर के साथ समग्र पीक डेफिसिट परिदृश्य में थर्मल क्षमता सकारात्मक है. 30 प्रतिशत संभावित उछाल के साथ खरीद पर कवरेज शुरू करें.”
अदाणी समूह की कंपनी एपीएल आठ राज्यों में 12 बिजली संयंत्र संचालित करती है, जिसमें 87 प्रतिशत क्षमता बिजली खरीद समझौतों (पीपीए) के साथ जुड़ी हुई है.
लगभग 98 प्रतिशत ओपन कैपेसिटी कोयला खदानों के करीब है, जिससे कोयले की किफायती सोर्सिंग संभव हो पाती है. तटीय संयंत्र (43 प्रतिशत क्षमता) आयातित कोयले पर निर्भर हैं, लेकिन उनके पास ईंधन लागत पास-थ्रू/सूचकांक से जुड़ी कीमत वृद्धि की संभावना है.
ब्रोकरेज कंपनी के अनुसार, अदाणी पावर की मर्चेंट कैपेसिटी वित्त वर्ष 2029-30 तक 12-13 प्रतिशत होनी चाहिए, जिसका ईबीआईटीडीए में योगदान 19-20 प्रतिशत होगा, जबकि वर्तमान में यह 30 प्रतिशत के करीब है.
जेफरीज ने कहा, “मर्चेंट रियलाइजेशन में हर पांच प्रतिशत की वृद्धि वित्त वर्ष 2026-27 के ईबीआईटीडीए में दो प्रतिशत की वृद्धि है.”
जेफरीज ने कहा, “हमारा मानना है कि बिजली की मांग हालिया कमजोरी के मुकाबले सात प्रतिशत के स्तर पर वापस आनी चाहिए, जो कि वित्त वर्ष 2003-09 के कैपेक्स में पिछली तेजी के चरण के समान है. यह शेयर के लिए एक महत्वपूर्ण ट्रिगर है.”
ब्रोकरेज का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024-27 में एपीएल के ईबीआईटीडीए में 10 प्रतिशत सीएजीआर की दर से वृद्धि होगी जो नई क्षमताओं में बिजली उत्पादन शुरू होने से वित्त वर्ष 2027-30 के दौरान 19 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी.
बीएसई में मंगलवार को कंपनी का शेयर 506.55 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ.
इस बीच, वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में अदाणी पावर का शुद्ध मुनाफा 7.4 प्रतिशत बढ़कर 2,940 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 2,738 करोड़ रुपये था.
अदाणी समूह की कंपनी ने शेयर बाजार को बताया है कि वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में समग्र आधार पर उसका ईबीआईटीडीए एक साल पहले के 5,009 करोड़ रुपये की तुलना में 23 प्रतिशत बढ़कर 6,185 करोड़ रुपये हो गया. इसके पीछे प्रमुख वजह उच्च एकमुश्त आय की प्राप्ति रही.
उत्पादन बढ़ने के कारण कुल राजस्व 11 प्रतिशत बढ़कर 14,833 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में यह 13,355 करोड़ रुपये था.
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एकेजे/