पुणे में कम हो रहे हैं जीबीएस के मरीज : प्रकाश आबिटकर

मुंबई, 4 फरवरी . महाराष्ट्र में गिलियन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) मरीजों की संख्या में कमी आ रही है. हालांकि, इस बीमारी के चलते पांच मरीजों की मौत हो गई है. जीबीएस को लेकर वर्तमान स्थिति क्या है. इसे लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने न्यूज एजेंसी से बात की.

स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने कहा कि जीबीएस बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जो कदम उठाए गए, उसमें सफलता मिली है और पुणे में मरीजों की संख्या कम हुई है. इस बीमारी के ज्यादातर मामले पुणे से आए हैं. पांच मौतें हुई हैं. वेंटिलेटर पर जो मरीज थे, उसमें भी कमी आई है. इस बीमारी को लेकर राज्य सरकार द्वारा एसओपी जारी की गई है और राज्य के लोगों से अपील की गई है कि वह एसओपी में बताई गई बातों का पालन करे. यहां पर डब्ल्यूएचओ की टीम है. केंद्र सरकार इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है, जिससे यह बीमारी ज्यादा न फैले.

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को जीबीएस के संदिग्ध मामलों को लेकर एक ताजा रिपोर्ट जारी की. स्वास्थ्य विभाग के इस रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब तक जीबीएस के 158 संदिग्ध मरीज पाए गए हैं, इनमें से 127 मरीजों को जीबीएस के पुष्टि किए गए मामले के रूप में वर्गीकृत किया गया है. इसके अलावा, पांच संदिग्ध मौत भी दर्ज की गई है.

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जीबीएस के 9 नए संदिग्ध मामले सामने आए हैं. जीबीएस से प्रभावित मरीजों में से 38 को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है, जबकि 48 मरीज आईसीयू में हैं और 21 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. विभाग के अनुसार, पुणे महानगर निगम क्षेत्र से 83 संदिग्ध मरीज हैं. पुणे नगर निगम क्षेत्र में 31 संदिग्ध मरीज, पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम में 18 संदिग्ध मरीज और पुणे ग्रामीण क्षेत्रों में 18 संदिग्ध मरीज हैं. इसके अलावा अन्य जिलों में 8 संदिग्ध मरीज हैं.

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