झारखंड के लातेहार में दो हार्डकोर नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों के समक्ष किया सरेंडर

लातेहार, 4 फरवरी . झारखंड के लातेहार जिले में प्रतिबंधित संगठन झारखंड संघर्ष जनमुक्ति मोर्चा (झासंजमुमो) के दो हार्डकोर नक्सलियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के समक्ष मंगलवार को आत्मसमर्पण कर दिया. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में चंदन साव और पप्पू साव शामिल हैं. दोनों इसी जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं.

इसके पहले सोमवार को इस नक्सली संगठन के सुप्रीमो राजेश सिंह खेरवार उर्फ टुला सिंह उर्फ शैतान सिंह को लातेहार जिले की पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

लातेहार के एसपी कुमार गौरव ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले दोनों नक्सलियों को झारखंड सरकार की नीति के तहत समाज की मुख्यधारा में शामिल होने और पुनर्वास के लिए सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. उन्होंने पुष्पगुच्छ देकर दोनों का स्वागत किया.

नक्सलवाद के खिलाफ झारखंड पुलिस और सुरक्षा बलों की ओर से लगातार चलाए जा रहे अभियान से नक्सलियों के संगठन कमजोर पड़े हैं. दोनों नक्सलियों के परिजनों ने छिपादोहर थाना प्रभारी धीरज कुमार और सीआरपीएफ के अधिकारियों से संपर्क किया था और उनके आत्मसमर्पण की इच्छा जताई थी.

लातेहार जिले के एसपी की सहमति के बाद मंगलवार को दोनों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. एसपी ने कहा कि लातेहार को पूरी तरह नक्सलमुक्त बनाने का अभियान चल रहा है. आत्मसमर्पण न करने वाले नक्सली या तो पकड़े जाएंगे या फिर उनका खात्मा होगा.

सीआरपीएफ 11 बटालियन के कमांडेंट यादराम बुनकर ने भी चेतावनी दी कि जो नक्सली मुख्य धारा से बाहर रहेंगे, उन्हें गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा.

झारखंड पुलिस की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2024 में पुलिस ने 244 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जबकि 24 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया.

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में चार जोनल कमांडर, एक सब जोनल कमांडर और तीन एरिया कमांडर शामिल थे. इस वर्ष पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में नौ नक्सली मारे गए. मारे गए नक्सलियों में कांडे होनहांगा, सिंघराई मनोज, बुद्धराम मुंडा, जांगा, सूर्या, सपनी हांसदा, हरेंद्र गंझु, ईश्वरी गंझु और रादुंग बोदरा शामिल थे.

इस साल जनवरी महीने में भी पुलिस के साथ मुठभेड़ में अब तक चार नक्सली मारे गए हैं.

एसएनसी/एबीएम