राजौरी में आयुष्मान योजना बनी आशा की किरण, गरीबों को मिला मुफ्त कैंसर इलाज

राजौरी, 4 फरवरी . आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, जिसे आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना के नाम से भी जाना जाता है, ने राजौरी के लोगों के लिए एक बड़ी राहत का काम किया है. इस योजना से खासकर यहां के कैंसर रोगियों को बहुत मदद मिल रही है. योजना के तहत सरकार और निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज उपलब्ध कराए जाने से मरीजों और उनके अटेंडेंट्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया.

जीएमसी राजौरी में भर्ती कई मरीजों ने साझा किया कि इस योजना के शुरू होने से पहले गरीब परिवारों को इलाज के लिए अपनी जमीन-जायदाद तक बेचनी पड़ती थी. लेकिन, सरकार की इस योजना के तहत उनका 100 फीसदी मुफ्त इलाज हुआ, जिसके चलते इन परिवारों को वित्तीय संकट का सामना नहीं करना पड़ा.

इस योजना के तहत गरीब मरीजों को न केवल सरकारी अस्पतालों, बल्कि निजी अस्पतालों में भी इलाज की सुविधा मिल रही है, जिससे उनके लिए जीवनदायिनी उपचार सुलभ हो गया है. कई मरीजों और उनके परिजनों ने बताया कि पहले महंगे इलाज के कारण उन्हें घर-बैठकर अपनी ज़िंदगी की लड़ाई लड़नी पड़ती थी. लेकिन, अब आयुष्मान भारत योजना ने उन्हें न केवल इलाज, बल्कि एक नई उम्मीद भी दी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस योजना का लाभ अब राजौरी और जम्मू कश्मीर के अन्य जिलों के हजारों लोगों को मिल रहा है. इस योजना ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी गरीब नागरिक इलाज के लिए आर्थिक संकट से न जूझे. सिर्फ राजौरी ही नहीं, आयुष्मान भारत योजना ने पूरे जम्मू कश्मीर में गरीबों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाया है. पीएम मोदी की इस पहल ने यह साबित कर दिया है कि एक सशक्त सरकार अपने नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता देती है, और इस योजना ने गरीबों के लिए एक वरदान का काम किया है.

कैंसर मरीज के एक अटेंडेंट जाहिद अहमद ने से कहा, “मैं पिछले एक-डेढ़ साल से अपनी मां का इलाज करवा रहा हूं, मेरी मां को कैंसर है. यहां पर हमें बहुत अच्छी सुविधा मिल रही है. हमारे डॉक्टर हमारे साथ बहुत सहयोग कर रहे हैं और यहां के प्रिंसिपल साहब, सुपरवाइजर और स्टाफ भी बहुत अच्छे से हमारे साथ सहयोग कर रहे हैं. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने हमें आयुष्मान कार्ड दिया. अगर यह कार्ड हमारे पास नहीं होता तो हमें प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाना पड़ता, जो लाखों रुपये का खर्चा करा देता. हम गरीब लोग हैं, और इतने पैसे खर्च करने की हमारी क्षमता नहीं है. इस कार्ड की वजह से हमें इलाज में बहुत मदद मिल रही है. यह योजना देशभर में लागू होनी चाहिए और आगे भी चलनी चाहिए, क्योंकि यही कार्ड गरीबों के लिए बहुत मददगार साबित हो रहा है. पहले बीमारी के इलाज में बहुत मुश्किलें आती थीं, लेकिन अब सब कुछ आयुष्मान कार्ड के माध्यम से फ्री में मिल रहा है.

एक अन्य अटेंडेंट शब्बीर अहमद ने से कहा कि मेरी मां को कैंसर की समस्या है. हम यहां गोल्डन कार्ड के तहत उनका इलाज करवा रहे हैं. इस योजना के लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं. यह योजना गरीबों के लिए बहुत मददगार साबित हो रही है. अगर यह इलाज हम कहीं बाहर कराते तो लाखों रुपये खर्च होते, जो हम गरीबों के लिए संभव नहीं था. इस कार्ड की वजह से इलाज मुफ्त हो रहा है. प्रधानमंत्री मोदी की वजह से गरीबों का बहुत ख्याल रखा जा रहा है.

कैंसर विशेषज्ञ डॉ. अब्दुल हकीम ने से कहा कि यहां पर जो भी कैंसर के मरीज आते हैं, उनका इलाज गोल्डन कार्ड यानी आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त किया जाता है. हमारी सेवाओं में ओपीडी, डेकेयर सेंटर और कैंसर संबंधित मुख्य उपचार जैसे कीमोथेरेपी शामिल हैं और यह सब पूरी तरह से मुफ्त है. कीमोथेरेपी की दवाइयां 5,000 रुपये से लेकर 30,000 रुपये तक की हो सकती हैं, लेकिन ये सभी दवाइयां मुफ्त में प्रदान की जाती हैं.

उन्होंने कहा कि हमारे अस्पताल में राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों से मरीज आते हैं और उन्हें भी गोल्डन कार्ड के तहत मुफ्त इलाज मिलता है. हम रोजाना ओपीडी और डेकेयर सेवा दे रहे हैं. यह इलाज बार-बार करना पड़ता है, क्योंकि कैंसर के इलाज में नियमित रूप से कीमोथेरेपी की आवश्यकता होती है. कभी-कभी कुछ दवाइयां ऐसी होती हैं जो गोल्डन कार्ड के पैकेज में नहीं आतीं, तो मरीज अपनी तरफ से कुछ दवाइयां खरीद लेते हैं, लेकिन 90% दवाइयां गोल्डन कार्ड के तहत मुफ्त मिलती हैं. इस योजना से गरीब मरीजों को बहुत फायदा हो रहा है.

पीएसके/एएस