महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे डीसीपीसी वालंटियर

महाकुंभ नगर, 3 फरवरी . प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु संगम स्नान के लिए आ रहे हैं. इस अवसर पर तमाम सामाजिक संगठन और संस्थाएं निस्वार्थ भाव से श्रद्धालुओं की सेवा में लगी हुई हैं. इन संस्थाओं के वालंटियर न केवल दिन-रात सेवा में जुटे हुए हैं, बल्कि अपनी व्यक्तिगत जिंदगी को किनारे रखते हुए यह सेवा कार्य कर रहे हैं. ऐसा ही एक संगठन है डीसीपीसी, जो श्रद्धालुओं की सेवा में जुटा है.

डीसीपीसी के वालंटियरों ने बताया कि वह अपनी सेवाओं को पूरी निष्ठा और निशुल्क भाव से दे रहे हैं, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. उनका मानना है कि इस पवित्र अवसर पर हर व्यक्ति को श्रद्धा और सम्मान से पूरी सुविधा मिलनी चाहिए.

वालंटियरों का मानना है कि यह सेवा भाव केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि उनका धर्म है. कई वालंटियर ऐसे भी हैं, जो अपनी अन्य जिम्मेदारियों के बावजूद श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हुए हैं. इसमें महिलाओं की भूमिका भी अत्यंत सराहनीय रही है. वह अपने घर के काम को शीघ्र निपटाकर श्रद्धालुओं की सेवा करने पहुंच रही हैं.

संतोषी देवी ने से बात करते हुए बताया कि सेवा का संकल्प लेने के बाद बिना किसी निजी स्वार्थ के वह हर दिन श्रद्धालुओं की मदद करने में जुटी हैं. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ यह है कि किसी भी श्रद्धालु को कोई भी तकलीफ न हो, इसलिए हम दिन-रात उनकी सेवा में लगे रहते हैं.

वालंटियर निशु ने घर के कामकाज को जल्दी निपटा कर, श्रद्धालुओं की सेवा करने का अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा कि घर के कामों को निपटाने के बाद, हम इस पवित्र कार्य में अपने योगदान देने के लिए यहां आए हैं, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा पूरी कर सकें.

संस्था के एक अन्य सदस्य ने कहा कि हम 24 घंटे निशुल्क सेवा देने के लिए समर्पित हैं. हम पूरे प्रदेश में सेवा कर रहे हैं और इस महाकुंभ में श्रद्धालुओं को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं. एक अन्य ने कहा कि हम सेवा देने के लिए यहां हैं, ताकि श्रद्धालु बिना किसी दिक्कत के स्नान कर सकें और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न हो.

पीएसके/एबीएम