अयोध्या में श्रद्धालुओं का ‘बसंत’, आंकड़ा एक करोड़ के पार

अयोध्या, 3 फरवरी . रामनगरी ने इस बार एक नया कीर्तिमान गढ़ दिया है. 26 जनवरी से बसंत पंचमी यानी तीन फरवरी तक अयोध्या में एक करोड़ से भी अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. इसे श्रद्धालुओं का बसंत माना जा रहा है.

राम की धुन में श्रद्धालु झूम रहे हैं. चौकस प्रशासनिक व्यवस्थाओं के बीच अयोध्या पहुंचने वाला हर श्रद्धालु गदगद है और श्रीराम के साथ-साथ मोदी और योगी के भी जयकारे लगा रहा है. वहीं, सोमवार को बसंत पंचमी पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान-दर्शन और पूजन किया.

भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद पहली बार प्रयागराज में महाकुंभ लगा है. पहले ही अनुमान लगा लिया गया था कि महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालु अयोध्या भी पहुंचेंगे. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में व्यवस्थाओं पर नजर बनाए रखने के लिए शासन के अधिकारियों की भी फौज उतार दी थी. सख्त निर्देश दिए थे कि किसी भी श्रद्धालु को तकलीफ नहीं होनी चाहिए. उन्होंने दो फरवरी को मिल्कीपुर में जनसभा के बाद भी अधिकारियों को निर्देशित कर दिया था.

अयोध्या में बसंत पंचमी पर भोर से ही स्नान शुरू हो गया. दोपहर बाद तक स्नान और दान का सिलसिला जारी रहा. इस बीच श्रद्धालुओं ने दर्शन के लिए मठ-मंदिरों का रुख किया. राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में देर शाम तक दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा.

श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र राम मंदिर बना हुआ है. रोजाना तीन लाख के करीब श्रद्धालु रामलला से आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं. इसके लिए ट्रस्ट ने व्यापक इंतजाम किए हैं. दर्शन के लिए 18 घंटे मंदिर खोला जा रहा है. वहीं, हनुमानगढ़ी में भी प्रतिदिन श्रद्धालुओं की कतार दिखाई पड़ रही है.

बसंत पंचमी की अयोध्या के मठ मंदिरों में धूम है. साधु-संतों ने रंग खेला. इस दौरान गर्भगृह में विराजमान भगवान को भी अबीर-गुलाल लगाया जाता है. बसंत पंचमी पर गर्भगृह में विराजमान रामलला को नए पीले वस्त्र धारण कराए गए.

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार रामलला को गुलाल भी लगाया गया. प्रसाद स्वरूप अर्चकों ने भी परस्पर गुलाल लगाया. खीर, पूड़ी, मेवा, फल और अन्य व्यंजनों का भोग लगाया गया.

प्रयागराज में स्नान करने के लिए एक बड़ा क्षेत्र है, लेकिन अयोध्या में श्रद्धालुओं के केंद्र पर रामलला ही हैं. ऐसे में एक ही जगह पर बड़ी संख्या में एकत्रित भीड़ को संभालना आसान नहीं था, लेकिन प्रशासनिक सूझ-बूझ और अधिकारियों की रणनीति ने इसे आसान बना दिया.

आईजी प्रवीण कुमार बताते हैं कि रोड डायवर्जन कर दिया गया है. इसके अलावा पार्किंग के भी इंतजाम किए गए हैं. बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. सुरक्षा मानकों के आधार पर श्रद्धालुओं को दर्शन कराया जा रहा है.

मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि हमारे अधिकारी 24 घंटे मेला क्षेत्र में निगरानी बनाए हुए हैं. 25 से 30 हजार लोगों के ठहरने के इंतजाम हैं. इसके अलावा खुले में सोने वालों को आश्रय स्थल में भेजने के लिए वाहन लगाए गए हैं. बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं. उनकी सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है.

एसके/एबीएम