लखनऊ, 3 फरवरी . बहुजन समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आप, भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली देश का आईना होने के बावजूद इसकी दुर्दशा है. यहां पर बदहाल जीवन और शुद्ध जल तक नसीब नहीं होने के लिए आप, केंद्र की भाजपा और कांग्रेस दोषी हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने दिल्ली वालों से अपील भी की है. मायावती ने अपने जारी एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को देश का आईना होने के बावजूद इसकी दुर्दशा व शुद्ध जल तक नसीब नहीं हो पा रहा है. यहां के लोगों के हर प्रकार के बदहाल जीवन के लिए आप व केंद्र की भाजपा तथा पूर्व की कांग्रेस सरकार पूरी तरह से दोषी हैं.
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा के लिए हो रहे आम चुनाव में लोगों को जात-बिरादरी, धर्म व क्षेत्र आदि की संकीर्ण राजनीति से ऊपर उठकर संविधान व अम्बेडकरवादी बसपा को ही वोट देकर इसे कामयाब बनाना चाहिए. जिसका “सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय” हितैषी सरकार उत्तर प्रदेश जैसे विशाल पड़ोसी राज्य में चला कर दिखाने का अपना जीता-जागता रिकॉर्ड स्थापित है.
बसपा मुखिया ने कहा कि साथ ही दिल्ली की खासकर तंग व अविकसित कालोनियों में भी अब तक बुनियादी सुविधाओं के अभाव, झुग्गी-झोपड़ियों तथा अब तक वैध नहीं बनाई गई बस्तियों में रहने वाले लाखों परिवार के लोगों को विधानसभा चुनाव के दौरान विरोधी इन पार्टियों के नेताओं द्वारा किए जा रहे दावों के पूरी तरह से हवा-हवाई होने तथा इसके लिए एक-दूसरे को कसूरवार ठहराने की राजनीति से सावधान रहने को कहा है.
बसपा मुखिया ने कहा कि अनगिनत नए वादों के छलावे से भी दूरी व होशियारी जरूरी है क्योंकि इन पार्टियों की ऐसी राजनीति से जन व देशहित का बहुत अहित होता चला आ रहा है. अतः स्पष्ट तौर पर आप, भाजपा व कांग्रेस इन विरोधी पार्टियों के संकीर्ण एजेंडे को लेकर द्वेषपूर्ण राजनीति झगड़े को लेकर सड़क से लेकर कोर्ट तक में लड़ाई से दिल्ली के लोगों का कुछ भी सही से भला नहीं होकर अधिकतर मामलों में विकास प्रभावित हुआ है.
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री द्वारा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बदहाल व्यवस्था पर विदेशों में शर्मिंदगी उठाने का बयान संकीर्ण राजनीति है क्योंकि इस हालात के लिए केंद्र व दिल्ली की राज्य सरकार दोनों पर ही विकास व कानून-व्यवस्था की संयुक्त जिम्मेदारी है.
मायावती ने कहा कि यहां विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव में बसपा अकेले अपनी पूरी दमदारी के साथ लड़ रही है. बेहतर परिणाम की उम्मीद भी है, बशर्ते यदि यह चुनाव पूरी तरह से स्वतंत्र व निष्पक्ष तथा धनबल, बाहुबल व साम्प्रदायिक एवं धार्मिक उन्माद आदि से मुक्त पाक-साफ होता है और ईवीएम में भी कोई गड़बड़ी व धांधली आदि नहीं की जाती है. जैसा कि अधिकांश पार्टियां इसकी आशंका जता रही हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा, आम आदमी पार्टी व कांग्रेस, में पूर्व की तरह ही इस बार भी जनता को अनेकों लुभावने वादे व गारंटी देने की काफी होड़ मची हुई है, जबकि इन पार्टियों ने यहां कई बार सत्ता में रहकर अपने किसी भी चुनावी वादे को पूरा नहीं किया है.
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विकेटी/एएस