मुंबई, 31 जनवरी . महाराष्ट्र में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की बढ़ती संख्या को लेकर राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में अवैध बांग्लादेशियों के विरुद्ध महाराष्ट्र पुलिस ने मुहिम चलाई है. इस मुहिम में आए दिन अवैध बांग्लादेशी पकड़े जा रहे है. उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत स्थानीय पुलिस स्टेशन एफआईआर दर्ज किया जा रहा है.
इसी कड़ी में मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत ह्यूमन ट्रैफिकिंग, नालासोपारा यूनिट की टीम द्वारा वर्ष 2024 में 29 अवैध बांग्लादेशियों पर कार्रवाई की गई थी, इसमें में 12 महिला और 17 पुरुष शामिल थे.
इस साल जनवरी में चार अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इसमें 2 पुरुष और 2 महिला शामिल हैं. ह्यूमन ट्रैफिकिंग, नालासोपारा यूनिट की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सौरभी पवार ने नागरिकों से अपील की है कि अगर आपके आसपास अवैध तरीके से कोई रहता है या ऐसा कोई संदिग्ध लगता है, तो तुरंत संपर्क करें और हमें सूचित करें.
सौरभी पवार ने कहा कि मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय में हमारा ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट है. अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई चल रही है. पुलिस एक्शन मोड में कार्रवाई कर रही है.
आपको बता दें कि हाल के दिनों में महाराष्ट्र पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ व्यापक मुहिम चलाते हुए कई जिलों में छापेमारी की. यह मुहिम विशेष रूप से उन क्षेत्रों में चलाई गई है, जहां अवैध प्रवासी अधिक संख्या में पाए जा रहे हैं. पुलिस ने कई संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके दस्तावेजों की जांच की, इससे यह साफ हो गया कि बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के यहां रह रहे हैं.
महाराष्ट्र पुलिस के अनुसार, यह अभियान राज्य सरकार की पहल पर चलाया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना है. राज्य के विभिन्न जिलों में पुलिस ने रेंडम चेकिंग की और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया. इस अभियान में पुलिस को नागरिकों से भी सहयोग मिला है और इसके माध्यम से कई अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई है, जो अवैध गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं.
हालांकि इस अभियान को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. कुछ राजनीतिक दलों ने इसे सियासी मुद्दा बनाने की कोशिश की है. वहीं महाराष्ट्र पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य केवल अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई करना है और इस मुहिम को कानूनी दायरे में रहकर ही चलाया जाएगा. इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाएंगे, यह समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल यह मुद्दा राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
–
एकेएस/