तुर्किए के राष्ट्रपति ने हमास प्रतिनिधिमंडल से की मुलाकात

अंकारा, 30 जनवरी . तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने हमास प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिसमें शूरा परिषद के प्रमुख मुहम्मद दरवेश भी शामिल थे. एर्दोगन के कार्यालय ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी.

बयान में कहा गया कि बैठक में विदेश मंत्री हकन फिदान, राष्ट्रीय खुफिया संगठन के प्रमुख इब्राहिम कालिन, राष्ट्रपति संचार निदेशक फहरेटिन अल्तुन, विदेश नीति और सुरक्षा के वरिष्ठ सलाहकार अकिफ कैगाटे किलिक और राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ हसन डोगन सहित प्रमुख तुर्किए अधिकारियों ने भाग लिया.

अर्ध-आधिकारिक अनादोलु एजेंसी के हवाले से सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि एर्दोगन ने बैठक में प्रतिनिधिमंडल से कथित तौर पर गाजा युद्ध विराम के सफल समापन की आशा व्यक्त करते हुए कहा कि तुर्किए “गाजा में वास्तविकताओं को उजागर करना जारी रखेगा.”

एर्दोगान ने अक्सर फिलिस्तीनी मुद्दे पर तुर्किए के कड़े रुख को व्यक्त किया है और संघर्ष के संबंध में हमास और अंतर्राष्ट्रीय प्लेयर्स दोनों के साथ संवाद बनाए रखा है.

19 जनवरी को इजरायल और हमास के बीच तीन-चरणीय युद्धविराम समझौता प्रभावी हुआ, जिसने छह सप्ताह की शांति की शुरुआत की और गाजा पर 15 महीने से चल रहे इजरायली हमलों के अंत की उम्मीद जगाई, जिसने एन्क्लेव को तबाह कर दिया और वहां बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की रिहाई की उम्मीद जगाई.

शनिवार को, रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति ने युद्धविराम समझौते की प्रारंभिक शर्तों के तहत कार्यान्वित हमास और इजरायल के बीच कैदी-बंधक विनिमय के दूसरे चरण के पूरा होने की घोषणा की.

इससे पहले दिन में, इजरायली सूत्रों ने कहा कि इजरायल को गुरुवार को गाजा में हमास की कैद से रिहा होने वाले बंधकों की एक सूची मिली है, जिसमें तीन इजरायली और पांच थाई नागरिक शामिल हैं.

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि बंधकों के तीसरे बैच की अपेक्षित रिहाई से पहले फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह द्वारा मध्यस्थों को सूची सौंपी गई थी. इससे पहले गाजा में दूसरी बार बंधकों की अदला-बदली हुई थी, जब हमास ने 200 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले चार महिला इजरायली सैनिकों को रिहा किया था. यह 19 जनवरी से शुरू हुए छह सप्ताह के युद्ध विराम का हिस्सा था.

केआर/