वाराणसी, 29 जनवरी . मौनी अमावस्या स्नान के बाद प्रशासन ने वाराणसी में दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को लेकर सुरक्षा-व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है. काशी में धार्मिक मेलों और स्नान पर्व के दौरान लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए प्रशासन मुस्तैद है.
काशी आ रहे बाहरी वाहनों को बॉर्डर पर ही रोक दिया जा रहा है. इन वाहनों को निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में भेजा जा रहा है, ताकि शहर के अंदर किसी भी प्रकार की जाम की स्थिति न उत्पन्न हो. पुलिस विभाग ने भी सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करते हुए हर घाट और मंदिर क्षेत्र में गश्त तेज कर दी है.
वाराणसी के जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने आने वाली भीड़ को देखते हुए काशी की जनता से अपील की है कि वे भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन का सहयोग करें. उन्होंने बताया कि स्कूल को ऑनलाइन चलाने की एडवाइजरी जारी कर दी गई है.
एसीपी कैंट विदुष सक्सेना ने बताया कि प्रयाग में महाकुंभ में आए श्रद्धालु अब वहां से बड़ी संख्या में वाराणसी आ रहे हैं. लाखों लोग काशी विश्वनाथ और अन्य मंदिरों के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. इसे देखते हुए प्रशासन अलर्ट है. अधिकारी खुद मैदान में उतरकर काम कर रहे हैं. हमने दर्शनार्थियों के लिए होल्डिंग एरिया की व्यवस्था की है, और स्कूलों को चिन्हित किया गया है, जिनकी सूची जल्द उपलब्ध कराई जाएगी. इसके साथ ही, जो लोग अपने निजी वाहन से आ रहे हैं, उनके लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है. यह जानकारी मीडिया के माध्यम से दी जा रही है.
प्रयागराज की घटना को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद से हम पूरी तरह से सतर्क हैं. अधिकारी लगातार व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं, ताकि स्थिति नियंत्रित और व्यवस्थित बनी रहे. हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि भीड़ एक जगह इकट्ठी न हो, इसके लिए हर जगह समुचित व्यवस्था की गई है.
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