पटना, 29 जनवरी . मौनी अमावस्या के मौके पर बुधवार को बिहार के गंगा और गंडक सहित विभिन्न नदियों के घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे. पटना, बक्सर, बेगूसराय, मुंगेर के गंगा घाटों पर बुधवार को लोग गंगा स्नान, ध्यान और पूजा-अर्चना करते नजर आए.
श्रद्धालुओं में अधिकतर ने मौन व्रत के साथ गंगा में डुबकी लगाई और सुख-समृद्धि की कामना की. बक्सर के रामरेखा घाट, नाथ बाबा घाट, सती घाट सहित अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. ब्रह्म मुहूर्त में स्नान का विशेष महत्व होने के कारण लोग तड़के से ही घाटों पर जुटने लगे. श्रद्धालु स्नान के बाद मां गंगा की पूजा-अर्चना कर अपने जीवन में सुख-शांति की कामना कर रहे हैं.
मौनी अमावस्या के मौके पर बेगूसराय में परम सलिला भागीरथी के उत्तरायणी गंगातट सिमरिया धाम में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. भीड़ के कारण सुबह से ही राजेंद्र सेतु पर जाम लगा हुआ है. बुधवार की अल सुबह से ही “हर-हर गंगे” के जयघोष के साथ गंगा तट पर लोगों का आना शुरू हो चुका है. गंगा में एक डुबकी लगाने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहने की उम्मीद है.
मान्यता है कि किसी भी दिन गंगा स्नान से मनुष्य के सारे पापों का शमन होता है जबकि मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान असीम फलदायी होता है. कहा जाता है कि मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान तथा भगवान शिव और माता के पार्वती के पूजन से मनुष्य के सारी इच्छा की सिद्धि होती है.
पटना में भी गंगा तटों पर श्रद्धालुओं की भारी तादाद देखी गई. सुबह से ही श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा रहे हैं. मौनी अमावस्या को लेकर मंदिरों में भी भीड़ लगी है. वैशाली के हाजीपुर स्थित गंगा और गंडक का संगम स्थल कौनहारा घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई.
गंगा और गंडक में स्नान के बाद ही पवित्र मन से श्रद्धालु स्नान के बाद पूजा पाठ में जुटे.
मौनी अमावस्या को लेकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने घाटों पर कड़े इंतजाम किए हैं. कई घाटों पर पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. इसके अलावा बोट पर गोताखोरों की टीम तैनात है.
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एमएनपी/एकेजे