प्रयागराज, 29 जनवरी . महाकुंभ के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या के लिए तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. पूरे मेले में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिसको ध्यान में रखते हुए प्रयागराज रेल मंडल ने बुधवार के दिन करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए 150 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेन चलाने की योजना तैयार की है.
उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ जन संपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने मंगलवार को बताया कि उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने अपने-अपने स्टेशनों से ट्रेनें चलाने की व्यवस्था की है. इस दौरान 150 से अधिक ट्रेनें चलाने का लक्ष्य रखा गया है और आवश्यकता पड़ने पर और अधिक ट्रेनें चलाई जाएंगी ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को सुरक्षित और त्वरित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके.
उन्होंने बताया कि अयोध्या-वाराणसी के लिए प्रयागराज जंक्शन की बजाय झूसी, रामबाग, फाफामऊ, प्रयाग जंक्शन से ट्रेनें उपलब्ध होंगी. इसके अलावा, रेलवे ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्लेटफॉर्म पर न सोएं और न ही लेटें, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके. मौनी अमावस्या के दिन कुछ ट्रेनें कैंसिल भी की गई हैं. साथ ही, राज्य सरकार के सहयोग से आठ हजार बसों के संचालन की भी तैयारी की गई है.
प्रयागराज रेलवे मंडल के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन लगभग 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था, जिसके लिए 101 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं. मेला प्राधिकरण का अनुमान है कि मौनी अमावस्या के दिन 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम स्नान करेंगे. रेलवे ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन 150 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिनमें से सबसे अधिक ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन से चलेंगी. इसके अलावा, अन्य मंडल स्टेशनों से दिशावार स्पेशल ट्रेनों का संचालन भी किया जाएगा.
अधिकारी ने आगे कहा कि एक दिन में 150 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन करना अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा. अनुमान है कि नियमित और स्पेशल ट्रेनों के संचालन से मौनी अमावस्या के दिन हर चार मिनट में एक नई ट्रेन रवाना होगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
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पीएसके/एकेजे