भोपाल 28 जनवरी . मध्य प्रदेश के परिवहन घोटाले के मुख्य आरोपी परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा को मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस ने न्यायालय परिसर के बाहर से हिरासत में ले लिया है.
सौरभ शर्मा राजधानी के न्यायालय में सरेंडर करने जा रहा था, तभी उसे बाहर से लोकायुक्त पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. यह दावा सौरभ के अधिवक्ता ने किया है. सौरभ के वकील राकेश पाराशर ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि उनका मुवक्किल लोकायुक्त में सरेंडर करने आ रहा था तभी उसे न्यायालय के बाहर से हिरासत में ले लिया गया है.
सौरभ के अधिवक्ता का आरोप है कि लोकायुक्त ने नियम विरुद्ध उसे हिरासत में लिया है. उनकी मांग है कि सौरभ का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए. उसके साथ ही उसकी वीडियोग्राफी की जाए. इसकी तीन कॉपी बनाकर न्यायालय, लोकायुक्त और उन्हें सौंपी जाए.
ज्ञात हो कि पिछले माह दिसंबर में सौरभ शर्मा के खिलाफ तीन जांच एजेंसियों और लोकायुक्त, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई की थी. इस दौरान एक कार में 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपए नगदी मिले थे. इसके अलावा सौरभ और उसके करीबी चेतन सिंह गौर के निवास पर ढाई क्विंटल से ज्यादा की चांदी बरामद की गई थी.
कई दिनों से लगातार इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि सौरभ अपने परिवार के साथ दुबई में है, मगर इसी बीच सोमवार को उसके सरेंडर करने का आवेदन न्यायालय में प्रस्तुत किया गया.
राज्य में सौरभ शर्मा के मामले का खुलासा होने के बाद से सियासत भी खूब गर्माई हुई है. इसको लेकर कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर जमकर हमले कर रहे हैं. सौरभ शर्मा से जुड़े कई कागजात भी सामने आए और कई नेता संदेह के घेरे में हैं. वहीं जांच एजेंसियां सौरभ और उससे जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी थीं.
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एसएनपी/एएस